भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ पर कोई बड़ा विवाद नहीं, बोले- ट्रंप के राजदूत सर्जियो गोर
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में सर्जियो गोर को चुना है. गोर का मानना है कि अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ को लेकर चल रहा विवाद कोई बड़ी बात नहीं है और इसे कुछ ही हफ्तों में सुलझा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के दीर्घकालिक रणनीतिक लक्ष्य एक-दूसरे से मेल खाते हैं, जो आपसी सहयोग को और मजबूत करने का रास्ता खोलता है.

US Ambassador Sergio Gor: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत में अगला राजदूत बनाए जाने के लिए नामित किए गए सर्जियो गोर ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर कोई बड़ा मतभेद नहीं है और आने वाले हफ्तों में व्यापार से जुड़े मुद्दों का समाधान निकल सकता है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रंप प्रशासन भारत से रूसी तेल की खरीद को बंद करने की उम्मीद करता है.
व्हाइट हाउस के राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के डायरेक्टर और ट्रंप के करीबी माने जाने वाले सर्जियो गोर ने यह भी कहा कि दोनों देशों के रणनीतिक हित लंबे समय तक एक जैसे बने हुए हैं और चीन की तुलना में भारत-अमेरिका के रिश्ते कहीं अधिक मजबूत हैं.
अगले कुछ हफ्तों में व्यापारिक मसले सुलझेंगे
सीनेट समिति के समक्ष सुनवाई में बोलते हुए सर्जियो गोर ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ को लेकर बहुत अधिक मतभेद नहीं हैं. ये मुद्दे जल्द ही संभवत अगले कुछ हफ्तों में सुलझ जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के दीर्घकालिक लक्ष्यों में समानता है और व्यापार, सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी में नजदीकियां लगातार बढ़ रही हैं.
भारत को रूसी तेल खरीद बंद करनी होगी
गोर ने यह भी बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत को रूस से तेल खरीदने पर पुनर्विचार करना होगा. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने क्लियर कर दिया है कि भारत को रूसी तेल खरीदना बंद करना होगा. साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ब्रिक्स समूह के भीतर कई मुद्दों पर भारत ने अमेरिका के दृष्टिकोण का समर्थन किया है.
भारत के साथ संबंध रणनीतिक रूप से बेहद अहम
सर्जियो गोर ने यह स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच के संबंध वर्तमान समय में अत्यंत महत्वपूर्ण और रणनीतिक बन गए हैं. उन्होंने कहा कि इन संबंधों की गहराई आने वाले वर्षों में विश्व राजनीति की दिशा तय कर सकती है.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का समर्थन
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सर्जियो गोर का सीनेट समिति के सामने परिचय कराया और भारत-अमेरिका संबंधों की अहमियत पर जोर देते हुए कहाकि भारत और अमेरिका के संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं, जो भविष्य में दुनिया का नक्शा तय करेंगे. सउन्होंने आगे कहा कि 21वीं सदी में दुनिया की कहानी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में लिखी जाएगी और भारत इस क्षेत्र का केंद्र है. इसी कारण हमने इंडो-पैसिफिक कमांड को महत्व दिया है.
रुबियो के अनुसार, भारत के साथ अमेरिका के संबंध असाधारण बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं और यूक्रेन संकट सहित कई क्षेत्रीय मुद्दों पर मिलकर काम करने की आवश्यकता है.


