विराट कोहली से मार्क जकरबर्ग तक... दुनिया के 6 सबसे बड़े दिग्गज हैं नीम करोली बाबा के परम भक्त
नीम करोली बाबा कोई साधारण संत नहीं थे. वे तो चलता-फिरता चमत्कार थे. उनकी सादगी भरी मुस्कान और सब एक है, बस प्यार करो वाली बातें सुनकर आम इंसान से लेकर दुनिया के सबसे बड़े लोग तक दीवाने हो गए.

नई दिल्ली: नीम करोली बाबा एक ऐसे महान संत थे जिन्होंने अपने सरल, प्रेमपूर्ण और निस्वार्थ जीवन के संदेश से असंख्य लोगों को प्रभावित किया. उन्हें हनुमान जी का अवतार माना जाता है और उनका जीवन पूरी तरह दूसरों की भलाई और ईश्वर के प्रति भक्ति में समर्पित रहा. बाबा हमेशा कहते थे कि जीवन का असली सुख वर्तमान में जीने, सेवा करने और प्रेम बांटने में है. उत्तराखंड के कैंची धाम में स्थित उनका आश्रम आज भी भक्तों और श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक केंद्र के रूप में खड़ा है.
नीम करोली बाबा की शिक्षाओं ने न केवल आम लोगों को प्रभावित किया बल्कि विश्वभर की कई मशहूर हस्तियों के जीवन को भी नई दिशा दी. उनके उपदेशों और दर्शन ने इन हस्तियों के व्यक्तित्व, सोच और जीवन दृष्टिकोण को पूरी तरह बदल दिया. आइए जानते हैं कि बाबा से मिलने के बाद किस तरह इन लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आए.
स्टीव जॉब्स और नीम करोली बाबा
एप्पल कंपनी के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स साल 1974 में पहली बार नीम करोली बाबा के दर्शन करने कैंची धाम पहुंचे थे. बाबा की सादगी और सरल जीवन शैली ने जॉब्स को अत्यधिक प्रभावित किया. बाद में एप्पल के डिजाइन और कार्यशैली में इसी सादगी और नवीन सोच का प्रतिबिंब देखा गया. जॉब्स ने स्वयं कहा कि बाबा की ऊर्जा और उपदेशों ने उनके जीवन और दृष्टिकोण को गहराई से बदल दिया.
मार्क जकरबर्ग और करुणा की सीख
फेसबुक के CEO मार्क जकरबर्ग साल 2015 में नीम करोली बाबा के कैंची धाम आश्रम पहुंचे थे. वहां उन्होंने करुणा, दया और मानव सेवा के महत्व को समझा. बाबा के उपदेशों से प्रेरित होकर जकरबर्ग ने जरूरतमंदों के लिए अरबों रुपये दान करने का निर्णय लिया. उन्होंने खुद स्वीकार किया कि बाबा के संदेश ने उन्हें समाज के प्रति जिम्मेदार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
जूलिया रॉबर्ट्स और आध्यात्मिक परिवर्तन
हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स साल 1990 में नीम करोली बाबा से मिलने कैंची धाम आई थीं. बाबा की करुणा और प्रेममयी शिक्षाओं ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया. जूलिया ने बाद में हिंदू धर्म अपनाया और उसके मूल सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारा. उन्होंने कई इंटरव्यू में बताया कि बाबा की सीख ने उन्हें मानसिक शांति और जीवन में संतुलन की शिक्षा दी.
विराट कोहली
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली साल 2018 में बाबा के आश्रम पहुंचे थे. बाबा के उपदेशों और आश्रम की आध्यात्मिक ऊर्जा ने कोहली पर गहरा प्रभाव डाला. उन्होंने बताया कि बाबा की शिक्षाओं ने उन्हें एकाग्रता, संतुलन और लक्ष्य पर टिके रहने की शक्ति दी, जिससे उनके खेल में आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों में सुधार हुआ.
राम दास और आध्यात्मिक गुरु बनने की प्रेरणा
अमेरिका के मशहूर आध्यात्मिक गुरु राम दास भी साल 1960 में बाबा के दर्शन करने आए थे. बाबा के विचारों और शिक्षाओं ने उनके जीवन की दिशा पूरी तरह बदल दी. राम दास ने बाद में स्वयं एक बड़े आध्यात्मिक शिक्षक बने और बाबा के उपदेशों पर आधारित कई पुस्तकें भी लिखीं.
डेनियल गोलमैन और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण
अमेरिका के लेखक और मनोवैज्ञानिक डेनियल गोलमैन साल 1970 में बाबा से मिलने आए थे. बाबा के प्रेम, करुणा और भावनात्मक संतुलन से जुड़े उपदेशों ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया. इस अनुभव का असर उनकी सोच और लेखन में दिखाई देता है. उन्होंने भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर कई पुस्तकें लिखीं, जिनसे आधुनिक मनोविज्ञान की दिशा भी बदल गई.


