प्रेग्नेंट महिलाओं को ट्रंप ने दिया बड़ा झटका...बर्थ टूरिज्म वीजा पर लगाई रोक, जानें अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्यों उठाया ये कदम
अमेरिका ने ‘बर्थ टूरिज्म’ रोकने के लिए कड़ा रुख अपनाया है और टूरिस्ट वीजा में संशोधन किया है. साथ ही ट्रंप ने ‘गोल्ड कार्ड’ योजना शुरू की है, जो मेधावी विदेशियों को अमेरिकी नागरिकता और रोजगार के अवसर प्रदान करेगी.

नई दिल्ली: अमेरिका में जन्म देने के उद्देश्य से टूरिस्ट वीजा लेने वालों के लिए अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी. भारत में अमेरिकी दूतावास ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि किसी आवेदक का मुख्य उद्देश्य अमेरिकी धरती पर बच्चे को जन्म देकर उसे अमेरिकी नागरिकता दिलाना है, तो ऐसे लोगों को टूरिस्ट वीजा नहीं मिलेगा. दूतावास ने कहा कि इस तरह का प्रयास अमेरिकी वीजा प्रणाली का दुरुपयोग माना जाएगा और आवेदन सीधे खारिज कर दिया जाएगा.
‘बर्थ टूरिज्म’ पर सख्त रुख
अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि अमेरिकी काउंसलर अधिकारी ऐसे टूरिस्ट वीजा आवेदन अस्वीकार कर देंगे, जिनमें स्पष्ट संकेत हो कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य अमेरिकी नागरिकता पाने के लिए बच्चे का जन्म करवाना है. दूतावास ने इसे “अनधिकृत और अस्वीकार्य” कार्रवाई करार दिया. यह कदम उन परिवारों के लिए बड़ा झटका है, जो अमेरिकी नागरिकता को आसान रास्ते के रूप में हासिल करना चाहते थे.
ट्रंप की नई वीजा पहल
सख्ती के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘ट्रंप गोल्ड कार्ड’ नाम से एक नई वीजा योजना पेश की है. इस कार्यक्रम के तहत ऐसे अप्रवासियों को अमेरिकी नागरिकता हासिल करने का अवसर मिलेगा, जो अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं. ट्रंप का कहना है कि यह योजना विशेषकर मेधावी छात्रों और पेशेवरों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, ताकि उनकी प्रतिभा अमेरिका में बनी रहे.
विदेशी मेधावी छात्रों पर ट्रंप की चिंता
ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन जैसे देशों के मेधावी छात्र अमेरिकी विश्वविद्यालयों से पढ़ाई पूरी करने के बाद अक्सर अपने देश लौट जाते हैं. यह अमेरिका के लिए ‘शर्मनाक और हास्यास्पद’ स्थिति है. गोल्ड कार्ड योजना इसी समस्या का समाधान पेश करती है और अमेरिकी कंपनियों को वैश्विक स्तर की प्रतिभाओं को बनाए रखने में मदद करेगी.
असाधारण प्रतिभाओं को अमेरिका में रोके रखना जरूरी
व्हाइट हाउस में आयोजित बैठक में ट्रंप ने कहा कि किसी महान व्यक्ति का अमेरिका में आना “देश के लिए उपहार” है. उन्होंने जोर देकर कहा कि डिग्री पूरी करने के बाद छात्रों को अपने देश लौटना पड़ता है, जो स्थिति हास्यास्पद है. इस योजना के माध्यम से अमेरिका वैश्विक प्रतिभाओं को आकर्षित और बनाए रखने का प्रयास करेगा, जिससे अर्थव्यवस्था और नवाचार में वृद्धि हो सके.


