score Card

तेलंगाना से रोजगार की तलाश में US गईं दो युवतियां, कैलिफोर्निया में सड़क हादसे में चली गई जान, परिवार में पसरा मातम

कैलिफोर्निया में सड़क हादसे में तेलंगाना की दो शिक्षित युवतियों मेघना रानी और कडियाला भावना की मौत हो गई. रोजगार की तलाश में गईं दोनों सहेलियां हादसे का शिकार हुईं, जिससे परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और शव भारत लाने की कोशिशें जारी हैं.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

तेलंगानाः तेलंगाना की दो युवा महिलाएं, जो बेहतर भविष्य और रोजगार की उम्मीद में अमेरिका गई थीं, एक दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार हो गईं. कैलिफोर्निया में हुई इस कार दुर्घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. यह हादसा उस समय हुआ जब वे दोस्तों के साथ एक यात्रा से लौट रही थीं. इस खबर के सामने आते ही उनके परिवारों और गांवों में शोक की लहर दौड़ गई.

मृतकों की पहचान 

हादसे में जान गंवाने वाली महिलाओं की पहचान 24 वर्षीय पुल्लाखंडम मेघना रानी और कडियाला भावना के रूप में हुई है. दोनों तेलंगाना के महबूबाबाद जिले के गरला मंडल की रहने वाली थीं. मेघना और भावना न सिर्फ एक ही इलाके से थीं, बल्कि गहरी दोस्ती भी साझा करती थीं. अमेरिका में भी वे एक साथ रह रही थीं और नौकरी की तलाश कर रही थीं.

शिक्षित और सपनों से भरी थीं दोनों युवतियां

परिवार के सदस्यों के अनुसार, दोनों ने अपनी मास्टर डिग्री पूरी कर ली थी. मेघना हाल ही में अमेरिका पहुंची थी. वह अपने करियर को नई दिशा देने और परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के सपने देख रही थी. भावना भी उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद विदेश में काम कर आत्मनिर्भर बनने की इच्छा रखती थी.

परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़

मेघना के पिता नागेश्वर राव गरला कस्बे में एक मी-सेवा केंद्र चलाते हैं, जबकि भावना के पिता मुलकानूर गांव के उप सरपंच हैं. दोनों मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं और बेटियों की पढ़ाई व विदेश जाने के लिए उन्होंने कई उम्मीदें और संसाधन लगाए थे. अचानक हुई इस त्रासदी ने परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है. गांव और आसपास के इलाकों में मातम पसरा हुआ है.

अमेरिकी अधिकारियों ने शुरू की जांच

हादसे के बाद अमेरिका में स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह एक सड़क दुर्घटना थी, लेकिन इसके पीछे के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही हादसे की सटीक वजह स्पष्ट हो पाएगी.

भारत लाने की कोशिशें शुरू

इस बीच, मृतक युवतियों के परिजन उनके पार्थिव शरीर को भारत लाने की कोशिशों में जुट गए हैं. विदेश से शव लाने की प्रक्रिया जटिल और महंगी होती है, जिसके चलते परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. रिश्तेदारों और शुभचिंतकों से मदद की अपील की जा रही है.

GoFundMe के जरिए मदद की गुहार

मेघना के पार्थिव शरीर को स्वदेश लाने के लिए एक GoFundMe पेज बनाया गया है. इस पेज के माध्यम से लोग आर्थिक सहायता कर सकते हैं ताकि अंतिम संस्कार उनके गांव में, पूरे सम्मान और गरिमा के साथ किया जा सके. पेज पर लिखा गया है कि परिवार इस कठिन समय में खर्चों का बोझ उठाने में असमर्थ है.

भावुक अपील ने छुआ लोगों का दिल

GoFundMe पेज पर भावुक शब्दों में अपील की गई है, “आपका कोई भी योगदान, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, मेरी बहन को गरिमापूर्ण विदाई देने में हमारी मदद करेगा. यह सहयोग हमारे लिए शब्दों से परे महत्व रखता है.” इस अपील के बाद कई लोग आगे आकर मदद कर रहे हैं.

सपने रह गए अधूरे

मेघना और भावना की असमय मौत ने एक बार फिर विदेश में बेहतर भविष्य की तलाश में जाने वाले युवाओं की असुरक्षा और जोखिमों की ओर ध्यान खींचा है. जिन सपनों को लेकर दोनों ने उड़ान भरी थी, वे सपने इस हादसे के साथ अधूरे रह गए, और पीछे रह गया केवल गहरा शोक और अनगिनत सवाल.

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag