EU ब्लू कार्ड क्या है और क्यों बना ये भारतीय प्रोफेशनल्स की पहली पसंद? जानिए
विदेश में करियर बनाने का सपना देख रहे भारतीयों के लिए EU ब्लू कार्ड एक नया रास्ता खोल रहा है. अमेरिका के ग्रीन कार्ड की तरह यह कार्ड यूरोपियन यूनियन के अधिकतर देशों में उच्च दक्षता वाले वर्कर्स को काम और निवास की विशेष अनुमति देता है.

यूरोप में काम करने का सपना देखने वालों के लिए EU ब्लू कार्ड एक सुनहरा अवसर बनकर उभरा है. अमेरिका के ग्रीन कार्ड की तरह, यह कार्ड यूरोपीय यूनियन के अधिकांश देशों में हाई-स्किल वर्कर्स को काम और निवास की अनुमति देता है. इंजीनियरिंग, आईटी, हेल्थकेयर और रिसर्च जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले भारतीयों के लिए यह एक बड़ी राहत साबित हो रहा है.
बता दें कि EU ब्लू कार्ड एक विशेष रेजिडेंस और वर्क परमिट है, जिसे यूरोप में प्रतिभाशाली और योग्य पेशेवरों को दिया जाता है. इसका उद्देश्य यूरोप में स्किल्ड मैनपावर की कमी को दूर करना है. यदि आप कुछ जरूरी शर्तें पूरी करते हैं, तो आप भी इस ब्लू कार्ड के जरिए यूरोपीय देशों में काम और जीवन दोनों को नया आयाम दे सकते हैं.
क्या है EU ब्लू कार्ड?
EU ब्लू कार्ड यूरोपीय यूनियन के हाई-क्वालिफाइड विदेशी वर्कर्स को दिया जाने वाला एक विशेष परमिट है, जो उन्हें वर्क और रेजिडेंसी की सुविधा प्रदान करता है. यह कार्ड डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, आईटी एक्सपर्ट्स, रिसर्चर्स और हेल्थ प्रोफेशनल्स जैसे सेक्टर्स में काम करने वाले लोगों को दिया जाता है. इस कार्ड को अमेरिका के ग्रीन कार्ड के समकक्ष माना जाता है क्योंकि यह न केवल जॉब और रेजिडेंसी की अनुमति देता है, बल्कि सामाजिक अधिकारों, परिवार को साथ लाने और स्थायी निवास का मार्ग भी खोलता है.
EU ब्लू कार्ड किन देशों में मान्य है?
ब्लू कार्ड को 2009 में पेश किया गया था और वर्तमान में यह यूरोपियन यूनियन के 27 में से 25 देशों में मान्य है. केवल डेनमार्क और आयरलैंड इससे बाहर हैं. जिन देशों में यह कार्ड मान्य है उनमें शामिल हैं: जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, इटली, स्पेन, पोलैंड, नीदरलैंड, फिनलैंड, स्वीडन, बेल्जियम, पुर्तगाल, रोमानिया, हंगरी, चेक गणराज्य, क्रोएशिया, बुल्गारिया, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया, लातविया, लिथुआनिया, एस्टोनिया, लक्जमबर्ग, साइप्रस और माल्टा.
ब्लू कार्ड के लिए जरूरी शर्तें
यदि आप ब्लू कार्ड के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको नीचे दी गई चार मुख्य शर्तों को पूरा करना होगा:
शैक्षणिक योग्यता: आवेदक के पास यूनिवर्सिटी डिग्री या समकक्ष क्वालिफिकेशन होनी चाहिए.
नौकरी का ऑफर: किसी EU देश की कंपनी से कम से कम एक वर्ष का वैध जॉब ऑफर होना चाहिए.
न्यूनतम वेतन सीमा: देश विशेष के अनुसार निर्धारित न्यूनतम सैलरी लिमिट को पार करना अनिवार्य है.
बीमा और डॉक्युमेंट्स: हेल्थ इंश्योरेंस और वैलिड ट्रैवल डॉक्युमेंट्स अनिवार्य हैं.
ब्लू कार्ड के फायदे क्या हैं?
वर्क और रेजिडेंसी: ब्लू कार्ड होल्डर को संबंधित देश में कानूनी रूप से काम करने और रहने की इजाजत होती है.
यात्रा की स्वतंत्रता: ब्लू कार्डधारी 180 दिनों में 90 दिनों तक अन्य 25 EU देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं.
सोशल सिक्योरिटी और शिक्षा: कार्ड होल्डर को नागरिकों की तरह सोशल सिक्योरिटी और शिक्षा जैसी सुविधाएं मिलती हैं.
परिवार साथ ला सकते हैं: वे अपने जीवनसाथी और बच्चों को साथ ला सकते हैं.
नौकरी बदलने की छूट: जॉब बदलने पर कंपनी को सूचित करने की अनिवार्यता नहीं होती.
स्थायी निवास की राह आसान: ब्लू कार्ड के ज़रिए स्थायी रेजिडेंसी पाना सरल हो जाता है.
क्यों है EU ब्लू कार्ड एक गेम चेंजर?
EU ब्लू कार्ड न केवल वर्क परमिट है, बल्कि यह एक ऐसा दस्तावेज है जो विदेशी पेशेवरों को यूरोप में स्थिर करियर और बेहतर जीवन की ओर ले जाता है. अगर आप हाई स्किल्ड प्रोफेशनल हैं और विदेश में करियर बनाना चाहते हैं, तो ब्लू कार्ड आपके सपनों की सीढ़ी बन सकता है.


