हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाएंगीं ऊषा वेंस? अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बयान से छिड़ी बहस
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि वे चाहते हैं उनकी पत्नी ऊषा वेंस, जो हिंदू परिवार से हैं, एक दिन ईसाई धर्म अपनाएं, हालांकि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है. ऊषा भारतीय संस्कृति से जुड़ी हैं, जबकि वेंस ने 2019 में कैथोलिक धर्म अपनाया था. बयान ने धार्मिक बहस छेड़ दी है.

नई दिल्लीः अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपनी पत्नी ऊषा वेंस (Usha Vance) के धार्मिक विश्वास को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी पत्नी, जिनका पालन-पोषण हिंदू परंपराओं में हुआ है, एक दिन कैथोलिक चर्च से प्रभावित होकर ईसाई धर्म अपनाएं. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उनकी पत्नी ऐसा नहीं करतीं, तो उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं होगी.
मुझे उम्मीद है मेरी पत्नी ईसाई धर्म अपनाएंगी
मिसिसिपी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पत्नी ऊषा भविष्य में ईसाई धर्म अपनाएंगी, तो जेडी वेंस ने जवाब दिया कि मैं वास्तव में यह कामना करता हूं कि वह भी उसी चीज से प्रभावित हों, जिससे मैं चर्च में प्रभावित हुआ था. मैं ईमानदारी से चाहता हूं कि मेरी पत्नी भी ईसाई सिद्धांतों को अपनाएं, क्योंकि मैं इसमें विश्वास रखता हूं.
हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह उनकी पत्नी का व्यक्तिगत निर्णय होगा. उन्होंने कहा कि भगवान ने हर व्यक्ति को स्वतंत्र इच्छा दी है. अगर मेरी पत्नी अपना विश्वास बदलना नहीं चाहतीं, तो यह मेरे लिए कोई समस्या नहीं है. परिवार में प्रेम और विश्वास सबसे बड़ा रिश्ता होता है.
🚨 JUST IN: JD Vance says he's raising his children Christian, and he hopes his agnostic wife, Usha, comes around to the Christian faith
— Eric Daugherty (@EricLDaugh) October 30, 2025
Vance's 8-year-old did his first Communion "about a year ago," and his two oldest kids go to a Christian school
"Most Sundays, Usha comes… pic.twitter.com/RuXAWOD58j
भारतीय जड़ों से जुड़ी सेकंड लेडी
ऊषा वेंस ने बताया कि उनके बच्चों को भारतीय इतिहास और संस्कृति से गहरा लगाव है. उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे भारतीय इतिहास पढ़ते हैं और इस भूमि से जुड़ाव महसूस करते हैं. उन्हें रामायण और महाभारत में खास दिलचस्पी है. उन्होंने पीएम मोदी के आवास पर रामायण की कहानी पर आधारित कठपुतली शो देखा था. रामायण और महाभारत उनके लिए विरासत का हिस्सा हैं. ऊषा वेंस का जन्म भारतीय मूल के परिवार में हुआ था और वे हिंदू संस्कारों में पली-बढ़ीं हैं. उनकी शिक्षा अमेरिका के नामी विश्वविद्यालयों से हुई है, और आज वे अमेरिका की सेकंड लेडी के रूप में पहचानी जाती हैं.
जेडी वेंस का आस्था सफर
जेडी ने वर्ष 2019 में कैथोलिक धर्म अपनाया था. उन्होंने बताया कि जब वे ऊषा से पहली बार मिले थे, तब वे खुद को नास्तिक मानते थे. बाद में धार्मिक अध्ययन और जीवन के अनुभवों के चलते उन्होंने ईसाई धर्म स्वीकार किया. अब उनके बच्चे ईसाई स्कूलों में पढ़ते हैं और परिवार में अधिकांश धार्मिक कार्यक्रम ईसाई परंपराओं के अनुसार आयोजित किए जाते हैं. हालांकि ऊषा वेंस अपनी हिंदू आस्था से जुड़ी हुई हैं और वे पति के साथ रविवार को चर्च भी जाती हैं.
ईसाई मूल्य अमेरिका की नींव हैं
जेडी वेंस ने अमेरिका की सामाजिक व्यवस्था में ईसाई मूल्यों की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि ईसाई मूल्य अमेरिका की नींव हैं. जो कोई यह कहता है कि धर्म का कोई संबंध राजनीति से नहीं है, वह आपको किसी और एजेंडे की ओर ले जा रहा है. मैं इस तथ्य को लेकर ईमानदार हूं कि ईसाई विचारधारा हमारे देश के लिए एक सकारात्मक आधार है.
बढ़ती नफरत के बीच आई टिप्पणी
जेडी वेंस की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका में H-1B वीजा धारकों और भारतीय प्रवासियों के खिलाफ नस्लवाद और भेदभावपूर्ण बयानबाज़ी बढ़ रही है. ऐसे माहौल में उनका यह बयान धर्म, पहचान और सांस्कृतिक एकता पर नई बहस को जन्म दे रहा है.


