कॉकरोच का दूध गाय के दूध से तीन गुना ज्यादा पौष्टिक, क्या भविष्य में बन सकता है सुपरफूड?
जब हम पौष्टिक भोजन के बारे में बात करते हैं, तो हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, नट्स और दूध जैसे पारंपरिक खाद्य पदार्थ दिमाग में आते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भविष्य में कॉकरोच का दूध भी सुपरफूड बन सकता है? यह अजीब लग सकता है, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि तिलचट्टों से निकाला गया दूध गाय के दूध से अधिक पौष्टिक हो सकता है.

जब हम पौष्टिक भोजन के बारे में बात करते हैं, तो हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, नट्स और दूध जैसे पारंपरिक खाद्य पदार्थ दिमाग में आते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भविष्य में कॉकरोच का दूध भी सुपरफूड बन सकता है? यह अजीब लग सकता है, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि तिलचट्टों से निकाला गया दूध गाय के दूध से अधिक पौष्टिक हो सकता है.
यह दूध किसी साधारण कॉकरोच से नहीं, बल्कि डिप्लोप्टेरा पंकटाटा नामक एक विशेष प्रजाति से प्राप्त होता है. यह दुनिया का एकमात्र ऐसा कॉकरोच है जो बच्चों को जन्म देता है और उन्हें पोषण देने के लिए दूध जैसा तरल पदार्थ पैदा करता है. यह तरल पदार्थ पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जैसे दूध में, जिसमें बड़ी मात्रा में प्रोटीन, वसा और चीनी होती है.
गाय के दूध से तीन गुना अधिक पौष्टिक!
2016 में वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन किया, जिसमें पाया गया कि कॉकरोच का दूध गाय के दूध से तीन गुना अधिक पोषण प्रदान करता है. इसमें अमीनो एसिड, प्रोटीन, कैल्शियम और स्वस्थ शर्कराएं होती हैं, जो कोशिका वृद्धि और मरम्मत में मदद करती हैं. यह दूध भैंस के दूध की तुलना में अधिक कैलोरी युक्त होता है, जिससे यह अत्यधिक ऊर्जा देने वाला भोजन बन जाता है.
क्या मनुष्य इसे पी सकते हैं?
यह दूध अभी तक मनुष्यों के लिए उपलब्ध नहीं है. इसका सबसे बड़ा कारण इसका उत्पादन है. तिलचट्टों से दूध निकालना बहुत कठिन और महंगा है. एक छोटा गिलास कॉकरोच दूध बनाने के लिए हजारों कॉकरोचों की आवश्यकता होगी. वैज्ञानिक इस समय इस पर काम कर रहे हैं कि इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन कैसे किया जाए.
क्या यह भविष्य का सुपरफूड बन सकता है?
यदि इसका व्यावसायिक उत्पादन किया जा सके तो यह संभावित रूप से सुपरफूड बन सकता है. यह शाकाहारियों और पर्यावरणविदों के लिए एक टिकाऊ विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसके उत्पादन के लिए डेयरी उत्पादों की तुलना में कम संसाधनों और ऊर्जा की आवश्यकता होती है.


