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सावधान! कहीं कैंसर का कारण न बन जाए आपकी रोजाना नहाने की आदत, सामने आई चौंकाने वाली स्टडी

रोजाना सुबह या रात में शॉवर लेना ताजगी और आराम देता है. लेकिन यह आदत त्वचा के लिए हमेशा सुरक्षित नहीं होती. विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना गर्म पानी और कड़े साबुन से शॉवर लेने से त्वचा की त्वचा की प्राकृतिक तेलीय परत खत्म हो सकती है और उसकी सुरक्षा क्षमता कमजोर हो जाती है. इसकी वजह से स्किन कैंसर जैसी स्थितियों का खतरा बढ़ सकता है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Daily Shower Risks: सुबह-सुबह का शॉवर या लंबे दिन के बाद रात में नहाना बहुत ही राहत और ताजगी का अहसास देता है. यह न केवल शरीर को तरोताजा करता है, बल्कि मांसपेशियों को भी आराम पहुंचाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह रोजाना की आदत आपकी त्वचा के लिए उतनी सुरक्षित नहीं हो सकती जितनी दिखती है?

त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना, खासकर गर्म पानी और कड़े साबुन के साथ शॉवर लेने से त्वचा की प्राकृतिक तेलीय परत खत्म हो सकती है और उसकी सुरक्षा क्षमता कमजोर हो जाती है. इससे त्वचा के माइक्रोबायोम (good bacteria की परत) पर असर पड़ता है, जो त्वचा को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है.  लंबे समय तक त्वचा की सुरक्षा में कमी होने पर यह सेलुलर डैमेज के प्रति संवेदनशील हो जाती है और स्किन कैंसर जैसी स्थितियों का जोखिम बढ़ सकता है.

रोजाना नहाने का आपकी त्वचा पर प्रभाव

रोजाना शॉवर लेने से त्वचा की प्राकृतिक नमी और तेल खत्म हो जाते हैं. गर्म पानी और कड़े साबुन त्वचा की नमी छीनते हैं, जिससे त्वचा सूखी, संवेदनशील और संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है. समय के साथ, यह त्वचा की सुरक्षा क्षमता को कमजोर कर सकता है और त्वचा को पर्यावरणीय तनावों, UV विकिरण और हानिकारक माइक्रोब्स से बचाने में असमर्थ बना सकता है.

PMC में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, त्वचा के माइक्रोबायोम में असंतुलन से त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा कमजोर हो सकती है और यह गंभीर स्थितियों, जैसे कि स्किन कैंसर के विकास में योगदान कर सकता है.

कितनी बार शॉवर लेना है सुरक्षित?

अधिकांश लोगों को सामान्य परिस्थितियों में सप्ताह में दो से तीन बार शॉवर लेना पर्याप्त होता है. रोजाना नहाना केवल उन लोगों के लिए आवश्यक है जो अधिक पसीना करते हैं, गंदे वातावरण में काम करते हैं, या प्रदूषण के संपर्क में रहते हैं. इस दौरान भी मुख्य ध्यान केवल अंडरआर्म, जाँघ और पैर जैसे पसीने वाले हिस्सों की सफाई पर रखना चाहिए, ताकि त्वचा की सुरक्षा बनी रहे.

स्पेशल कंडीशन में रोजाना शॉवर जरूरी

खिलाड़ी, गंदे या प्रदूषित वातावरण में काम करने वाले लोग और कुछ विशेष मेडिकल स्थितियों वाले लोगों के लिए रोजाना शॉवर आवश्यक हो सकता है. इन मामलों में भी त्वचा विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि केवल महत्वपूर्ण हिस्सों की सफाई पर ध्यान दें और पूरे शरीर को गर्म पानी से धोने से बचें.

रोजाना शॉवर और स्किन कैंसर का संबंध

अत्यधिक शॉवर त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा को कमजोर कर सकता है, जिससे UV किरणों, प्रदूषण और हानिकारक सूक्ष्मजीवों के खिलाफ त्वचा की सुरक्षा क्षमता कम हो जाती है. लंबे समय तक त्वचा की सुरक्षा में कमी होने पर यह सेलुलर डैमेज के प्रति संवेदनशील हो जाती है और स्किन कैंसर जैसी स्थितियों का जोखिम बढ़ सकता है.

Disclaimer: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह चिकित्सा सलाह नहीं है. किसी भी स्वास्थ्य समस्या या अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करने से पहले हमेशा किसी डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें.

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19 September 2025, 09:12 AM IST

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