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Healthy Snack Options: शाम के नाश्ते में पॉपकॉर्न या चिप्स, कौन सा है सेहतमंद विकल्प?

पॉपकॉर्न आजकल एक सुपर हेल्दी स्नैक के रूप में ट्रेंड में है लेकिन क्या ये सचमुच चिप्स से बेहतर है? जवाब इतना सीधा-सपाट नहीं है जितना आप सोच रहे हैं. आइए इस चटपटे स्नैक की दुनिया में पता करे और देखें कि क्या है इसका असली राज.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Healthy Snack Options: शाम के चार बजे या कभी-कभी देर रात पेट में हल्की गड़गड़ाहट होती है और भूख आपको कुछ कुरकुरे, स्वादिष्ट स्नैक्स की ओर ले जाती है. इस समय अधिकांश लोग पेंट्री का रुख करते हैं जहां तरह-तरह की स्नैक्स होती है. चिप्स वर्षों से लोकप्रिय रहे हैं लेकिन हेल्थ-कॉन्सियस युग में पॉपकॉर्न भी स्नैक्स की अलमारियों में अपनी मजबूत पकड़ बना चुका है. सवाल यह उठता है कि क्या पॉपकॉर्न सचमुच चिप्स का बेहतर विकल्प हो सकता है? तो आइए जानते हैं इसके पीछे छुपी सच्चाई क्या है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार पॉपकॉर्न और चिप्स की तुलना सिर्फ स्वाद तक सीमित नहीं है बल्कि पोषण, कैलोरी, और स्वास्थ्य पर इनके प्रभाव को भी समझना जरूरी है.

कैलोरी का मुकाबला, पॉपकॉर्न या चिप्स?

पॉपकॉर्न आमतौर पर बिना तेल या मक्खन के हवा में पॉप किए जाते हैं जबकि चिप्स अधिकतर तेल में तले जाते हैं.  विशेषज्ञ बताते हैं सादा पॉपकॉर्न में लगभग 30-40 किलो कैलोरी प्रति कप होती है जबकि मुट्ठी भर चिप्स में 150-170 किलो कैलोरी होती है. इस लिहाज से पॉपकॉर्न एक हल्का और कम कैलोरी वाला विकल्प साबित होता है.

पोषण और स्वास्थ्य लाभों की तुलना

चिप्स रिफाइंड स्टार्च से बनते हैं जबकि पॉपकॉर्न एक साबुत अनाज है. जिससे इसमें फाइबर और विटामिन्स की मात्रा अधिक होती है. पॉपकॉर्न में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो पाचन के लिए अच्छे हैं वहीं चिप्स में सोडियम, ट्रांस फैट और एक्रिलामाइड अधिक होता है जो उच्च रक्तचाप और हृदय रोग का खतरा बढ़ाते हैं.  विशेषज्ञ कहते है कि पॉपकॉर्न का फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और इससे भूख कम लगती है.

वजन कम करने वालों के लिए कौन बेहतर?

यदि आपका लक्ष्य वजन घटाना है तो पॉपकॉर्न वजन घटाने वाले नाश्ते के रूप में उपयुक्त है बशर्ते कि वह एयर-पॉप्ड हो और उसमें मक्खन या तेल न डाला गया हो. बिना नमक वाला पॉपकॉर्न कम कैलोरी, पोषक तत्वों से भरपूर और फाइबर युक्त होता है जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है. लेकिन मक्खन, चीज या कैरेमल वाले फ्लेवर्ड पॉपकॉर्न में कैलोरी इतनी बढ़ जाती है कि वह चिप्स से कम स्वस्थ नहीं रह जाता.


आज के समय में केल, रागी, और केले के चिप्स भी लोकप्रिय हो रहे हैं. हाजरा के अनुसार केल के चिप्स पोषक तत्वों से भरपूर हो सकते हैं लेकिन तेल में तले जाने पर कैलोरी बढ़ जाती है. रागी के चिप्स में कैल्शियम और आयरन होते हैं जबकि केले के चिप्स में पोटैशियम होता है. फिर भी, कम कैलोरी और उच्च फाइबर की दौड़ में सादा पॉपकॉर्न अभी भी एक बढ़त वाला विकल्प है.

पॉपकॉर्न के बारे में सावधानियां

हर व्यक्ति के लिए पॉपकॉर्न उपयुक्त नहीं होता. हाजरा बताते हैं कि पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे डायवर्टिकुलोसिस या क्रोहन, दांतों की कमजोरी या हाल ही में सर्जरी कराए मरीजों को पॉपकॉर्न से बचना चाहिए. इसके अलावा मक्खन या चीज में डूबा पॉपकॉर्न उच्च रक्तचाप, मोटापे या उच्च कोलेस्ट्रॉल वालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

संयम से करें सेवन

पॉपकॉर्न एक साबुत अनाज के रूप में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं. चिप्स और पॉपकॉर्न दोनों का आनंद लिया जा सकता है. लेकिन हमेशा संयमित मात्रा में और सही तरीके से तैयार किए गए विकल्प चुनें. अगर आप हेल्थ-कॉन्सियस हैं तो बिना मसाले वाला हवा में पॉप किया हुआ पॉपकॉर्न आपके लिए एक बढ़िया कुरकुरा और पेट भरने वाला स्नैक साबित हो सकता है.

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09 September 2025, 03:17 PM IST

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