गर्मियों में ब्रेस्ट के नीचे आ जाता है पसीना? जानें कैसे करें इसे कंट्रोल
Breast Sweat: गर्मी और उमस भरे मौसम में महिलाओं को ब्रेस्ट के नीचे पसीना आना एक आम समस्या है. यह न केवल असहजता बढ़ाता है, बल्कि स्किन पर रैश, जलन और फंगल इंफेक्शन का कारण भी बन सकता है. आइए जानते हैं कि इसे कैसे कंट्रोल किया जा सकता है?

Breast Sweat: गर्मियों की चिलचिलाती धूप और बढ़ता तापमान पसीने की समस्या को बढ़ा देता है. खासकर महिलाओं को अक्सर ब्रेस्ट के नीचे पसीना आना एक आम समस्या बन गया है. ये कई बार असहजता, खुजली, बदबू और रैशेज का कारण बन सकती है. यह समस्या उन महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है जो टाइट ब्रा पहनती हैं या अधिक समय तक गर्म और उमस भरे माहौल में रहती हैं.
हालांकि यह एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है, लेकिन समय रहते इसका समाधान न किया जाए तो यह फंगल इंफेक्शन या स्किन इरिटेशन का कारण भी बन सकती है. आइए जानते हैं किन कारणों से ब्रेस्ट के नीचे पसीना आता है और इससे राहत कैसे पाएं.
क्यों आता है ब्रेस्ट के नीचे पसीना?
गर्मी और उमस भरे मौसम में जब शरीर का तापमान बढ़ता है, तो शरीर पसीने के जरिए खुद को ठंडा करने की कोशिश करता है. ब्रेस्ट के नीचे की त्वचा एक फोल्ड बनाती है, जहां हवा का संपर्क कम होता है. ऐसे में यहां पसीना जमा होकर जलन, घमौरियां और बदबू जैसी समस्याएं पैदा करता है.
किन महिलाओं को होती है ज्यादा परेशानी?
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जिनका ब्रेस्ट साइज बड़ा होता है
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जो सिंथेटिक कपड़े पहनती हैं
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जो टाइट ब्रा या इनरवियर लंबे समय तक पहनती हैं
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जिन्हें हार्मोनल बदलाव या थायरॉइड की समस्या है
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जो गर्म और ह्यूमिड माहौल में ज्यादा समय बिताती हैं
क्या हो सकते हैं इसके नुकसान?
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स्किन रैशेज और जलन
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बदबू और चिपचिपाहट
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फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन
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त्वचा का कालापन और खुजली
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लंबे समय तक नमी रहने से त्वचा पर कटाव या फटना
ब्रेस्ट के नीचे पसीने से कैसे पाएं राहत?
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सूती ब्रा और कपड़े पहनें: कॉटन मटेरियल त्वचा को सांस लेने देता है और पसीना सोखता है. सिंथेटिक और टाइट कपड़ों से परहेज करें.
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एंटी-पर्सपिरेंट या टैल्कम पाउडर का करें इस्तेमाल: बाजार में अंडरबस्ट एरिया के लिए खासतौर पर बनाए गए टैल्क या रोल-ऑन उपलब्ध हैं जो पसीने को रोकते हैं.
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ब्रा लाइनर या स्वेट पैड का उपयोग करें: ब्रा के अंदर लगाने वाले लाइनर या पैड्स पसीना सोखते हैं और त्वचा को ड्राई बनाए रखते हैं.
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रोजाना सफाई रखें: दिन में कम से कम दो बार ब्रेस्ट के नीचे की त्वचा को धोएं और सूखा रखें. फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए एंटी-फंगल पाउडर लगा सकते हैं.
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नारियल तेल या ऐलोवेरा जेल लगाएं: ये दोनों प्राकृतिक तत्व त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं और जलन व खुजली को कम करते हैं.
कब करें डॉक्टर से संपर्क?
अगर पसीने के कारण स्किन पर लाल चकत्ते, तेज जलन, फुंसी या बदबू लंबे समय तक बनी रहे तो स्किन स्पेशलिस्ट से सलाह लें. ये फंगल इंफेक्शन का संकेत हो सकता है, जिसे नज़रअंदाज़ करना हानिकारक हो सकता है.
Disclaimer: ये आर्टिकल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता.


