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कॉफी को कहें अलविदा? माचा बन रहा नई जनरेशन का फेवरेट मॉर्निंग एनर्जी बूस्टर

Matcha health benefits: सुबह की शुरुआत एनर्जी के साथ करना हम सभी की जरूरत होती है. इसके लिए ज्यादातर लोग कॉफी का सहारा लेते हैं. लेकिन क्या कॉफी ही सबसे सही विकल्प है? हाल के वर्षों में जापानी ग्रीन टी माचा तेजी से लोकप्रिय हो रही है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Matcha health benefits: सुबह की भागदौड़ भरी जिंदगी में एनर्जी के लिए कॉफी का सहारा लेना आम बात है. लेकिन अब एक नया ट्रेंड तेजी से युवाओं में पॉपुलर हो रहा है जापानी ग्रीन टी यानी माचा. विशेषज्ञों का मानना है कि कॉफी भले ही एनर्जी बूस्टर हो, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हैं जैसे कि बेचैनी, थकावट के बाद झटका, और लत लगना. ऐसे में, एक हेल्दी विकल्प के रूप में माचा को अपनाना बेहतर हो सकता है.

माचा न सिर्फ कैफीन का बेहतर और संतुलित स्रोत है, बल्कि यह दिमाग को तेज करने, वजन घटाने और मानसिक शांति प्रदान करने में भी मदद करता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्व इसे कॉफी से कहीं ज्यादा लाभकारी बनाते हैं. तो क्या अब कॉफी को कहें अलविदा और अपनाएं माचा? आइए जानते हैं इस हेल्दी ड्रिंक के फायदे.

क्या है माचा और कैसे बनती है यह खास ग्रीन टी?

डॉक्टर्स के मुताबिक, माचा एक खास प्रकार की जापानी ग्रीन टी है, जिसकी शुरुआत सैकड़ों साल पहले जापान में हुई थी. इसे ग्रीन और ब्लैक टी के ही पत्तों से तैयार किया जाता है, लेकिन खास बात यह है कि इसमें पूरे टी लीव्स को बारीक पीसकर पाउडर बनाया जाता है. इस प्रक्रिया से न सिर्फ इसके पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं, बल्कि इसका स्वाद और रंग भी अनोखा होता है.

इसकी रंगत गहरी हरी होती है और स्वाद हल्का तीखा लेकिन संतुलित और मिट्टी जैसा जिसे अक्सर उमामी कहा जाता है. माचा में कैफीन होता है, लेकिन इसकी मात्रा कॉफी से कम होती है एक कप माचा में औसतन 70mg कैफीन होती है जबकि कॉफी में यह 100-140mg तक हो सकती है.

एंटीऑक्सीडेंट्स का पावरहाउस है माचा

माचा में मौजूद पॉलीफेनोल्स जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स न सिर्फ बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं, बल्कि त्वचा को जवां बनाए रखने, सूजन को कम करने और कैंसर के कुछ प्रकारों को रोकने में भी सहायक होते हैं. ग्रीन टी की तुलना में माचा में दस गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जबकि कॉफी में ये तत्व न के बराबर होते हैं.

तनाव कम करता है माचा, दिलाता है सुकून

माचा में मौजूद L-theanine  अमीनो एसिड कैफीन के असर को धीरे-धीरे रिलीज़ करता है, जिससे व्यक्ति को बेचैनी नहीं होती और मानसिक शांति मिलती है. इससे नींद की गुणवत्ता भी सुधरती है. दूसरी ओर, कॉफी अधिक पीने पर घबराहट, दिल की धड़कन बढ़ना और हांथ कांपने जैसे लक्षण पैदा कर सकती है.

मसूड़ों और दांतों का रखे ध्यान

कॉफी जहां दांतों को पीला कर देती है और मुंह में बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है, वहीं माचा दांतों की सेहत को बेहतर बनाता है. विशेषज्ञों के अनुसार, माचा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करने, प्लाक को कम करने और मसूड़ों की सूजन को भी ठीक करने में मदद करते हैं.

वजन घटाने में सहायक

माचा मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और फैट बर्निंग प्रोसेस को प्राकृतिक रूप से एक्टिव करता है, जिससे बिना ब्लड प्रेशर या स्ट्रेस बढ़ाए वजन घटाने में मदद मिलती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, वर्कआउट से पहले माचा पीने से फैट लॉस ज्यादा तेजी से होता है.

कैसे बनाएं माचा?

  1. माचा बनाना बेहद आसान है. इसके लिए आपको सिर्फ माचा पाउडर, गरम पानी और दूध चाहिए.

  2. एक चम्मच माचा पाउडर को कटोरी में डालें

  3. थोड़ा गरम पानी डालें और अच्छे से फेंटें

  4. पारंपरिक चासेन (बांस का व्हिस्क) से फेंटना सबसे अच्छा होता है, लेकिन आप हाथ से या इलेक्ट्रिक फ्रोथर से भी फेंट सकते हैं

  5. इसके बाद इसमें दूध डालें – चाहें तो गरम या ठंडा, अपनी पसंद के अनुसार

  6. इस तरह आप माचा को हॉट या आइस्ड लैटे दोनों रूपों में एन्जॉय कर सकते हैं.

किसे चुनें – माचा या कॉफी?

अगर आप एक हेल्दी, लॉन्ग-टर्म एनर्जी देने वाला और कम साइड इफेक्ट्स वाला विकल्प चाहते हैं, तो माचा आपके लिए बेहतर हो सकता है. यह न सिर्फ मानसिक रूप से शांत रखता है, बल्कि वजन घटाने, इम्यूनिटी बढ़ाने और दिमागी स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है. वहीं, कॉफी अपने झटपट असर के लिए जानी जाती है, लेकिन लंबे समय तक इसके नुकसान भी सामने आ सकते हैं.

Disclaimer: ये आर्टिकल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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07 June 2025, 02:07 PM IST

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