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Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया पर 30 साल बाद बन रहे शुभ योग, जानें इसका खास महत्व

Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष अक्षय तृतीया का पर्व विशेष संयोगों के साथ आ रहा है, जो इसे 30 वर्षों बाद और भी खास बना रहे हैं. इस दिन बुधवार, रोहिणी नक्षत्र, शोभन योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया का पर्व अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे हर साल श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है. इस वर्ष अक्षय तृतीया का पर्व खासतौर पर अधिक शुभ और अद्भुत संयोगों के साथ मनाया जाएगा. 30 वर्षों बाद इस दिन कई महत्वपूर्ण योगों का मेल हो रहा है, जिससे इस दिन के महत्व में और भी वृद्धि हो गई है. इन खास संयोगों के कारण इस दिन किए गए सभी पुण्य कार्यों का फल असीमित और अक्षय होने वाला है.

अक्षय तृतीया 2025 में बनने वाले शुभ योग

ज्योतिषाचार्य सुरभि जैन के अनुसार, इस वर्ष अक्षय तृतीया पर बुधवार का दिन, रोहिणी नक्षत्र, शोभन योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का एक साथ संयोग बन रहा है. यह संयोग इतने दुर्लभ हैं कि 30 साल बाद ऐसा अवसर आ रहा है. इन शुभ योगों के साथ इस दिन किया गया हर पुण्य कर्म जीवन में सुख, समृद्धि और उन्नति के द्वार खोलने वाला होगा. 

अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्व

अक्षय तृतीया को युगादि तिथि भी कहा जाता है, क्योंकि इसी दिन त्रेता युग की शुरुआत हुई थी. इस दिन किए गए दान, जप, तप, हवन आदि का पुण्य अनंत गुना बढ़ जाता है. विशेष रूप से जैन धर्म के अनुसार, भगवान ऋषभदेव ने अपने कठिन व्रत का पारणा इस दिन राजा श्रेयांश से गन्ने के रस से किया था. इस दिन आहार दान, जलदान और औषधि दान का विशेष महत्व होता है.

सोने-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त

अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदने की परंपरा अत्यंत शुभ मानी जाती है. इस वर्ष सोना खरीदने का शुभ समय सुबह 5:41 से दोपहर 2:12 बजे तक रहेगा. यदि बढ़ती कीमतों के कारण सोना-चांदी खरीदना संभव न हो, तो मिट्टी का घड़ा, गेहूं, चावल, घी आदि खरीदकर दान करने से भी पुण्य अर्जित किया जा सकता है.

अक्षय तृतीया पर करें ये पुण्य कार्य

- पितरों के निमित्त दान करें.

- वृद्धजनों को भोजन कराएं.

- गरीबों को वस्त्र, छाता और अन्य उपयोगी वस्तुओं का दान करें.

- गन्ने का रस (इक्षुरस) वितरित करें.

- पक्षियों के लिए जल और दाना रखें.

आत्मा की अनंत यात्रा में लाभकारी संयोग

ज्योतिषाचार्य सुरभि जैन कहती हैं, "अक्षय तृतीया पर किए गए पुण्यकर्म न केवल इस जीवन को सुखमय बनाते हैं, बल्कि आत्मा की अनंत यात्रा में भी कल्याणकारी होते हैं. इस विशेष संयोग में श्रद्धा से किया गया प्रत्येक दान और सेवा कार्य भवसागर से पार कराने में सहायक बनता है." इस अवसर का पूर्ण लाभ उठाते हुए अधिक से अधिक पुण्य अर्जित करना चाहिए.

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28 April 2025, 01:26 PM IST

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