'पूरी साजिश का हुआ खुलासा! प्रेमानंद जी महाराज की पदयात्रा रोकने के पीछे था ये बड़ा खेल?'अब NRI सोसायटी ने मांगी माफी!- Video

प्रेमानंद जी की रात की पदयात्रा का विरोध करने वाली एनआरआई ग्रीन सोसायटी अब बैकफुट पर आ गई है. सोसायटी के अध्यक्ष ने कहा है कि यह सब कुछ कुछ यूट्यूबर्स की साजिश थी और उनका इसमें कोई हाथ नहीं. अब उन्होंने प्रेमानंद जी से माफी मांगते हुए कहा कि वे अपनी यात्रा पहले की तरह जारी रखें. इस विवाद के बाद वृंदावन के लोगों ने एनआरआई सोसायटी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. लेकिन क्या वाकई यह कोई साजिश थी या कुछ और? पूरी खबर पढ़ें और जानें इस विवाद का पूरा सच!

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Edited By: Aprajita

Conspiracy Exposed: वृंदावन में धार्मिक शांति और अध्यात्म के लिए प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी की रात की पदयात्रा पर विवाद गहरा गया था. एनआरआई ग्रीन सोसायटी के कुछ निवासियों ने उनकी इस यात्रा का विरोध किया, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. अब, इस पूरे मामले में नया मोड़ आया है. सोसायटी के अध्यक्ष ने दावा किया है कि यह साजिश कुछ यूट्यूबर्स द्वारा रची गई थी और इसमें उनका या सोसायटी के अन्य निवासियों का कोई हाथ नहीं है.

एनआरआई सोसायटी की सफाई और माफी

एनआरआई ग्रीन सोसायटी के अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि वे इस विवाद में शामिल नहीं हैं और जो कुछ भी हुआ, उसके लिए वे प्रेमानंद जी से माफी मांगते हैं. उन्होंने कहा, "हम आपकी पदयात्रा के खिलाफ नहीं हैं. हमें गलतफहमी में डाल दिया गया. आप पहले की तरह अपनी यात्रा जारी रखें."

वृंदावनवासियों का एनआरआई सोसायटी के खिलाफ विरोध

सोसायटी द्वारा विरोध के बाद वृंदावन के स्थानीय लोग गुस्से में आ गए. उन्होंने एनआरआई सोसायटी के निवासियों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया. इस बहिष्कार के कारण सोसायटी के लोगों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा.

क्या सच में कोई साजिश थी?

एनआरआई ग्रीन सोसायटी के अध्यक्ष ने कहा कि कुछ यूट्यूबर्स ने जानबूझकर इस पूरे मामले को तूल दिया और समाज में गलतफहमी फैलाई. अब सवाल यह उठता है कि क्या वास्तव में कोई साजिश थी या फिर यह सिर्फ बचाव की कोशिश है?

प्रेमानंद जी की यात्रा जारी

अब जब एनआरआई सोसायटी ने माफी मांग ली है, तो प्रेमानंद जी की रात की पदयात्रा को जारी रखने का रास्ता साफ हो गया है. वृंदावन के लोग एक बार फिर अपने आध्यात्मिक सफर को बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ा सकते हैं.

यह पूरा मामला धार्मिक आस्था, विरोध और अफवाहों के बीच उलझा हुआ दिखा. हालांकि, अंत में एनआरआई सोसायटी ने अपनी गलती मानते हुए प्रेमानंद जी से माफी मांग ली, जिससे मामला शांत होता नजर आ रहा है. अब देखना होगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा होती हैं या नहीं.

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16 February 2025, 10:40 PM IST

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