अमरनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, बाबा बर्फानी की पहली झलक आई सामने
अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियां तेज़ हो गई हैं और श्रद्धालु शिवलिंग के दर्शन को उत्साहित हैं. यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी, लेकिन कुछ श्रद्धालु पहले ही गुफा तक पहुंच चुके हैं. भारी बर्फबारी से मार्ग बाधित हैं, जिन्हें प्रशासन साफ़ करने में जुटा है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तैयारियों की समीक्षा की है. अब तक 3.6 लाख श्रद्धालु पंजीकरण कर चुके हैं. सुरक्षा एजेंसियां और मेडिकल टीमें भी तैनात की जा रही हैं ताकि यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके.

अमरनाथ यात्रा 2025 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और श्रद्धालुओं में गुफा में स्थित पौराणिक शिवलिंग के दर्शन को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. आधिकारिक रूप से यह यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी, लेकिन कुछ सौभाग्यशाली श्रद्धालु पहले ही अमरनाथ गुफा तक पहुंच चुके हैं और बाबा बर्फानी के शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. पंजाब के ये श्रद्धालु संभवतः इस साल सबसे पहले गुफा में पहुंचने वाले तीर्थयात्री हैं.
श्राइन बोर्ड और सुरक्षा एजेंसियां गुफा तक नहीं पहुंचीं
अभी तक श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड और सुरक्षा बलों के अधिकारी अमरनाथ गुफा तक नहीं पहुंचे हैं. लेकिन इससे श्रद्धालुओं की आस्था और उमंग में कोई कमी नहीं आई है. लोगों को अब यात्रा के औपचारिक आरंभ का बेसब्री से इंतजार है.
भारी बर्फबारी बनी चुनौती
इस बार की यात्रा में एक बड़ी चुनौती असामान्य रूप से हुई भारी बर्फबारी है. बालटाल और चंदनवारी मार्गों पर 10 से 20 फीट तक बर्फ जमा है, जिससे रास्तों को साफ करना कठिन हो गया है. हालांकि, प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा बर्फ हटाने का काम तेज़ी से किया जा रहा है ताकि यात्रा के पहले दिन तक मार्ग सुगम और सुरक्षित बन सकें.
उपराज्यपाल ने लिया तैयारियों का जायजा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर के पंथा चौक स्थित ट्रांजिट कैंप का दौरा कर यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की. हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है.
तीर्थयात्रियों का जबरदस्त पंजीकरण
अब तक करीब 3.6 लाख श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं और यह संख्या यात्रा की तिथि नजदीक आते-आते और भी बढ़ने की संभावना है. यह दर्शाता है कि बाबा बर्फानी के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था पहले की तरह अडिग है.
भारत भर से जुटेंगे श्रद्धालु
तीर्थयात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी. हर साल की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु अमरनाथ की इस पावन यात्रा में शामिल होंगे.
सुरक्षा और सुविधा पर जोर
पंजतरणी और शेषनाग जैसे प्रमुख स्थलों पर बर्फ की स्थिति को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासन मार्ग की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटे हैं. साथ ही, ट्रैकिंग मार्गों पर चिकित्सकीय और आपातकालीन सुविधाएं भी तैयार की जा रही हैं.