हनुमान जयंती पर करें ये 7 खास दान, हर काम में मिलेगी सफलता, खुल जाएगा भाग्य!
Hanuman Jayanti 2025: हनुमान जन्मोत्सव 12 अप्रैल 2025, शनिवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा. इस दिन भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष वस्तुओं का दान करना शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से भाग्य खुलता है और हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. तो चलिए जानते हैं.

Hanuman Jayanti 2025: हर साल चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जी का जन्मोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 12 अप्रैल 2025, शनिवार को है. इस दिन भक्त व्रत, पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन और सेवा के माध्यम से संकटमोचक भगवान हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं. मान्यता है कि इस दिन कुछ विशेष वस्तुओं का दान करने से हनुमान जी तुरंत प्रसन्न होते हैं और जीवन की तमाम परेशानियों से मुक्ति देते हैं.
ज्योतिषाचार्य अंशुल त्रिपाठी के अनुसार, यदि हनुमान जन्मोत्सव के दिन श्रद्धा भाव से कुछ चीजों का दान किया जाए, तो न केवल दुर्भाग्य दूर होता है, बल्कि सौभाग्य भी साथ आता है. जानिए इस दिन किन वस्तुओं का दान करना अत्यंत फलदायी माना गया है.
हल्दी का दान
हनुमान जन्मोत्सव के दिन हल्दी का दान करना बेहद शुभ माना गया है. यह दान घर में सुख-शांति और धन की वृद्धि लाता है.
अनाज का दान
अनाज, खासकर गेहूं या चावल का दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में अन्न का अभाव नहीं होता.
लड्डू का दान
हनुमान जी को बूंदी के लड्डू अत्यंत प्रिय हैं. इस दिन लड्डू का दान करने से करियर में तरक्की और समाज में मान-सम्मान बढ़ता है.
सिंदूर और नारंगी वस्त्र
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है. इसके साथ यदि नारंगी या लाल वस्त्र दान करें, तो बजरंगबली की कृपा अवश्य प्राप्त होती है.
गुड़ और भुने चने
गुड़ और चने हनुमान जी के प्रिय भोग हैं. इनका दान करने से शारीरिक, मानसिक और आर्थिक कष्टों से मुक्ति मिलती है.
लाल फल और वस्त्र
लाल रंग हनुमान जी का पसंदीदा रंग है. इस दिन लाल फल जैसे सेब या अनार और लाल वस्त्र का दान करने से मंगल दोष समाप्त होता है और भाग्य प्रबल होता है.
गेहूं और गुड़ का दान
गेहूं और गुड़ के दान से रोगों से मुक्ति, जीवन में सकारात्मकता और कार्यों में सफलता मिलती है.
तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा दान करना हनुमान जी और लक्ष्मी जी दोनों की कृपा दिला सकता है, क्योंकि सीता जी को लक्ष्मी का अवतार माना गया है और वे हनुमान जी की माता तुल्य हैं.
बंदरों को गुड़ और केले खिलाएं
हनुमान जी को वानर रूप में पूजते हैं, इसलिए बंदरों को गुड़, केले या भुने चने खिलाना सीधा हनुमान सेवा माना जाता है.
आस्था के साथ करें दान
हनुमान जन्मोत्सव के दिन श्रद्धा भाव से किया गया दान, जीवन में सकारात्मकता और दिव्यता लाता है. इसलिए इस पावन दिन पर पूरी श्रद्धा और प्रेम से इन वस्तुओं का दान करें और बजरंगबली की असीम कृपा पाएं.


