Sawan 2025: सावन से पहले घर में करें ये बदलाव, जीवन से हटेंगी सभी बाधाएं, भगवान शिव की बरसेगी कृपा
सनातन धर्म में श्रावण मास यानी सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पावन और पुण्यदायक माना गया है. इस महीने में की गई पूजा, व्रत और भक्ति साधना से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता है. लेकिन शिव कृपा की पूर्णता तभी संभव है जब हम सावन से पहले अपने घर की ऊर्जा को शुद्ध करें और कुछ विशेष चीजों को हटा दें.

सनातन धर्म में श्रावण मास यानी सावन का महीना विशेष पुण्यदायी माना गया है. यह महीना भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना का सर्वश्रेष्ठ समय होता है. मान्यता है कि जो भक्त सावन में पूरे विधिपूर्वक शिव की पूजा करता है, उसके जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का आगमन होता है. लेकिन शिव कृपा पाने के लिए जरूरी है कि हम सावन शुरू होने से पहले अपने घर में कुछ विशेष बदलाव करें.
अगर आप भी सावन में महादेव की कृपा चाहते हैं, तो यह समझना जरूरी है कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देती हैं और पूजा-पाठ के प्रभाव को निष्फल कर देती हैं. ऐसे में सावन शुरू होने से पहले ही इन चीजों को घर से बाहर कर देना शुभ माना जाता है.
1. खंडित मूर्तियों को घर से करें विदा
अगर आपके घर के मंदिर या पूजा स्थान में किसी देवी-देवता की मूर्ति खंडित हो गई है, तो उसे तुरंत पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें. धार्मिक मान्यता के अनुसार, “खंडित मूर्ति की पूजा करने से शुभ फल नहीं मिलता और साधना निष्फल हो जाती है.” साथ ही खंडित मूर्तियों की उपस्थिति से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, जो जीवन में बाधाएं पैदा करती है.
2. फटी-पुरानी धार्मिक पुस्तकें भी न रखें
घर में फटी या जीर्ण-शीर्ण धार्मिक पुस्तकें रखना अशुभ माना गया है. ये पुस्तके न सिर्फ ऊर्जा को प्रभावित करती हैं, बल्कि घर की आध्यात्मिक शुद्धता भी घटाती हैं. ऐसे में इन्हें सावन से पहले बहते जल में प्रवाहित करें या पीपल के पेड़ के नीचे श्रद्धा से रख दें. इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और ईश कृपा बनी रहती है.
3. बंद घड़ी को तुरंत हटाएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में बंद पड़ी घड़ी रखना अशुभ होता है. यह समय के ठहराव और रुकावट का प्रतीक माना जाता है. “बंद घड़ी से घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है और जीवन में प्रगति रुक जाती है.” अगर घड़ी खराब हो गई है तो या तो उसे ठीक करवाएं या फिर घर से बाहर कर दें. इससे जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है और शुभ समय की शुरुआत होती है.
सावन 2025 कब से शुरू हो रहा है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में सावन मास की शुरुआत 11 जुलाई से होगी और इसका समापन 9 अगस्त को होगा. इस पावन महीने में 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि मनाई जाएगी, जब देशभर के शिव भक्त कांवड़ यात्रा के जरिए जल चढ़ाएंगे.


