सावन में शिव कृपा के लिए जरूर करें ये 5 काम, पूरी होगी मनोकामना, जानिए नियम
हिंदू पंचांग का सबसे पवित्र महीना सावन शुरू होने वाला है और शिवभक्तों के लिए ये महीना किसी उत्सव से कम नहीं होता. विशेषकर सावन के सोमवार, जब शिवभक्त उपवास रखकर भोलेनाथ की पूजा करते हैं और अपने जीवन के दुखों से मुक्ति पाने की प्रार्थना करते हैं. आइए जानें कि इस सावन सोमवार में कौन से 5 कार्य आपको जरूर करने चाहिए, जिससे महादेव को प्रसन्न किया जा सके.

हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद शुभ और पवित्र माना गया है. इस महीने को भगवान शिव का प्रिय काल कहा गया है, जब भोलेनाथ स्वयं माता पार्वती के साथ पृथ्वी पर विचरण करते हैं. यही कारण है कि सावन के प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व है. भक्तगण इस दिन व्रत, उपवास और शिवपूजन कर अपने जीवन की हर परेशानी से छुटकारा पाने का प्रयास करते हैं.
मान्यता है कि सावन सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है. यह व्रत न केवल मनोकामनाओं को पूर्ण करता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक शुद्धि का भी माध्यम बनता है. अगर आप भी शिवभक्त हैं और इस सावन सोमवार व्रत को पूरी श्रद्धा से करना चाहते हैं, तो इन नियमों और कार्यों का ध्यान रखना अनिवार्य है.
2025 में कब-कब आएंगे सावन सोमवार?
इस बार सावन माह में 4 सोमवार आएंगे, जिनकी तिथियां निम्नलिखित हैं:
पहला सोमवार – 14 जुलाई 2025
दूसरा सोमवार – 21 जुलाई 2025
तीसरा सोमवार – 28 जुलाई 2025
चौथा और अंतिम सोमवार – 4 अगस्त 2025
क्यों है सावन सोमवार का इतना अधिक महत्व?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी पावन महीने में माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था. तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि सावन में शिव-पार्वती की पूजा करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है और हर प्रकार की बाधा दूर होती है.
सावन सोमवार व्रत में जरूर करें ये शुभ कार्य
ब्राह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें: सुबह जल्दी उठकर गंगाजल मिले पानी से स्नान करें. साफ-सुथरे वस्त्र पहनें और मन में शिवजी का स्मरण करें.
उपवास और सात्विक आहार: पूरे दिन उपवास करें और फल, दूध या जल का सेवन करें. नमक, मिर्च, तामसिक भोजन से दूर रहें.
शिवलिंग पर अर्पित करें पंचामृत और बेलपत्र: भगवान शिव की पूजा में पंचामृत, दूध, जल, बेलपत्र, धतूरा और सफेद फूल जरूर अर्पित करें. 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करें.
शाम को करें शिव आरती और चंद्रमा को अर्घ्य: व्रत के बाद शाम को शिव जी की आरती करें और चंद्रमा को जल अर्पित करें. इससे मानसिक शांति और पुण्य की प्राप्ति होती है.
वाणी, व्यवहार और सोच में रखें पवित्रता: झूठ बोलने, निंदा करने और बुरा सोचने से बचें. संयम, ब्रह्मचर्य और सेवा का भाव रखें. ज़रूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, जल या दक्षिणा का दान करें.
किन बातों से बचें सावन सोमवार व्रत में?
बाल और नाखून न काटें
किसी से कटु वचन न बोलें
क्रोध, आलस्य और लोभ से दूर रहें
अन्न-भोजन से जितना हो सके परहेज करें
पूजा से पहले शरीर और मन की पवित्रता बनाए रखें
आपको बता दें कि सावन सोमवार का व्रत सच्ची श्रद्धा, सात्त्विकता और नियम से किया जाए तो शिवजी स्वयं अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं. यह व्रत सिर्फ फल पाने का उपाय नहीं, आत्मिक शुद्धि और जीवन में संतुलन लाने का साधन भी है.


