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भारत में नहीं दिखेगा इस साल का पहला सूर्यग्रहण, इन देशों के लोग देख सकेंगे नजारा

विशेषज्ञों ने सूर्यग्रहण देखते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है। ग्रहण के दौरान नंगी आंखों से सूर्य को देखने से आपकी आंखें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। इस खगोलीय घटना का सुरक्षित आनंद लेने के लिए धूप का चश्मा, दूरबीन या सोलर व्यूअर जैसे सुरक्षात्मक उपकरण का उपयोग करना आवश्यक है।

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

साल 2025 में चार बड़ी खगौली घटनाएं होने वाली है। दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण। साल का पहला सूर्य ग्रहण, एक गहरे अंशक ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगेगा, हालांकि नजारा भारत में देखने को नहीं मिलेगा। नासा के अनुसार, 29 मार्च को आंशिक सूर्यग्रहण प्रातः 4:50 बजे (पूर्वी डेलाइट टाइम) या प्रातः 8:43 बजे GMT पर शुरू होगा।

चंद्रमा की केंद्रीय छाया पृथ्वी को स्पर्श नहीं करेगी

29 मार्च को होने वाला सूर्यग्रहण आंशिक होगा, अर्थात चंद्रमा सूर्य की सतह के केवल कुछ भाग को ही ढकेगा। खगोलविदों के अनुसार, चंद्रमा की केंद्रीय छाया पृथ्वी को स्पर्श नहीं करेगी, जिसका अर्थ है कि पूर्ण ग्रहण नहीं होगा। जबकि यूरोप के अधिकांश भागों में आंशिक सूर्यग्रहण देखा जाएगा, भारत इस खगोलीय घटना को नहीं देख पाएगा। यह घटना यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका तथा अटलांटिक और आर्कटिक महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगी।

इस साल लगेंगे दो सूर्य ग्रहण

वर्ष 2025 में दो सूर्य ग्रहण होंगे, लेकिन जनवरी में कोई नहीं होगा। पहला सूर्यग्रहण 29 मार्च को तथा दूसरा 21-22 सितम्बर को होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण को अशुभ माना जाता है और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है।

क्या होता है सूर्यग्रहण 

सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है, जिससे हमारे ग्रह पर उसकी छाया पड़ती है। यह संरेखण केवल अमावस्या के दौरान होता है, जो इसे एक दिलचस्प घटना बनाता है। 2025 में पृथ्वी पर दो सूर्य ग्रहण होंगे, दोनों ही आंशिक ग्रहण होंगे। वर्ष का दूसरा सूर्यग्रहण सितम्बर 2025 के अंत में होने की उम्मीद है। 

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06 February 2025, 06:21 PM IST

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