पिछले हफ्ते आया टीम इंडिया से बुलावा, मैनचेस्टर में किया टेस्ट डेब्यू, कौन हैं अंशुल कंबोज? जिन्होंने जीता गौतम गंभीर का दिल
मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट से पहले अंशुल कंबोज को भारतीय टीम में शामिल किया गया. चोटिल खिलाड़ियों की जगह उन्हें मौका मिला. कंबोज ने भारत ए के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. भारत सीरीज में पिछड़ रहा है और यह मैच जीतना बेहद जरूरी है. युवा खिलाड़ियों पर भविष्य की उम्मीदें टिकी हैं.

इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज के दौरान मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट से पहले करनाल के युवा तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिली. पहले अंशुल कंबोज मुख्य टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन भारत ए की तरफ से इंग्लैंड लायंस के खिलाफ उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था. इसी प्रदर्शन के दम पर कंबोज को अचानक टीम में शामिल किया गया और उन्हें अपनी पहली भारतीय टेस्ट कैप मिली.
कंबोज का क्रिकेट सफर
अंशुल कंबोज की कहानी संघर्ष और लगन की मिसाल है. वे 2023 में हरियाणा की विजय हजारे ट्रॉफी टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने 10 मैचों में 17 विकेट हासिल किए. उनकी गेंदबाजी में सूक्ष्म गति और नियंत्रण ने आईपीएल टीमों का ध्यान आकर्षित किया. शुरुआत में मुंबई इंडियंस ने उन्हें साइन किया था, लेकिन बाद में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने दस्ते में शामिल किया. 2024 के आईपीएल में उन्होंने आठ मैचों में आठ विकेट लिए और लगभग 8 की इकॉनमी रेट बनाए रखा, जो काफी प्रशंसनीय है.
चोटों के कारण मिली टीम में जगह
इस टेस्ट मैच से पहले टीम में तीन महत्वपूर्ण खिलाड़ियों अर्शदीप सिंह, आकाश दीप और नितीश कुमार रेड्डी की चोट के चलते बाहर होना पड़ा. इस वजह से टीम प्रबंधन ने युवा तेज गेंदबाज कंबोज को मौका दिया. उन्हें श्रृंखला के शुरूआती दो टेस्ट में खेले गए प्रसिद्ध कृष्णा की जगह चुना गया. 24 वर्षीय कंबोज को टीम में शामिल करना इस बात का संकेत है कि प्रबंधन भविष्य की पीढ़ी पर विश्वास कर रहा है.
टीम में हुए अन्य बदलाव
इस मैच के लिए भारत ने कुल तीन बदलाव किए. शुभमन गिल की कप्तानी में नई भारतीय टीम में अंशुल कंबोज के अलावा साई सुदर्शन और शार्दुल ठाकुर को भी शामिल किया गया है. दूसरी ओर इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने लगातार चौथा टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुना, क्योंकि ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर बादल छाए रहने की संभावना थी.
भारत के लिए महत्वपूर्ण टेस्ट
इंग्लैंड के खिलाफ यह सीरीज फिलहाल भारत 1-2 से पीछे है. ऐसे में चौथा टेस्ट जीतना बेहद आवश्यक है ताकि सीरीज में वापसी की उम्मीद बनी रहे. यह मैच सिर्फ़ सीरीज जीतने के लिए ही नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की नई पीढ़ी के लिए भी एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकता है. अंशुल कंबोज जैसे युवा खिलाड़ी इस बदलाव की शुरुआत का हिस्सा हैं और उनका प्रदर्शन भविष्य के लिए संकेत देगा.


