मैकुलम आउट, शास्त्री इन? अब इंग्लैंड की कमान संभालेंगे रवि शास्त्री, पनेसर ने खोल दिया राज!
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच जारी एशेज सीरीज ने सभी का ध्यान खींचा है. इंग्लैंड लगातार तीन बार हर चुकी है. ऐसे में मोंटी पनेसर ने रवि शास्त्री का जिक्र करते हुए बड़ा खुलासा किया है.

Ashes Series 2025: इंग्लैंड की टेस्ट टीम इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही एशेज सीरीज में टीम को तीन मैचों में हार मिल चुकी है. सिर्फ 11 दिनों में ही सीरीज गंवाने से कोच ब्रेंडन मैकुलम पर सवाल उठने लगे हैं. उनकी 'बैजबॉल' रणनीति अब काम नहीं कर रही. इस बीच पूर्व इंग्लैंड स्पिनर मोंटी पनेसर ने बड़ा सुझाव दिया है.
मैकुलम पर बढ़ता दबाव
ब्रेंडन मैकुलम को 2022 में इंग्लैंड का कोच बनाया गया था. कप्तान बेन स्टोक्स के साथ मिलकर उन्होंने टीम में नई ऊर्जा भरी. शुरुआती 11 मैचों में 10 जीत मिलीं, जो शानदार थी. लेकिन अब हालात बदल गए हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज नहीं जीत पाए. हाल की 33 टेस्ट में 16 हार झेली हैं.
ऑस्ट्रेलिया में तो लगातार खराब प्रदर्शन जारी है. मैकुलम ने खुद कहा कि उनका भविष्य उनके हाथ में नहीं है, लेकिन वे टीम को आगे ले जाना चाहते हैं.
रवि शास्त्री को लेकर पनेसर का सुझाव
मोंटी पनेसर ने एक इंटरव्यू में कहा कि इंग्लैंड को ऐसे कोच की जरूरत है जो ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराना जानता हो. उन्होंने रवि शास्त्री का नाम लिया. पनेसर के मुताबिक, "ऑस्ट्रेलिया को हराने का सही तरीका कौन जानता है? उनकी कमजोरियों को मानसिक, शारीरिक और रणनीतिक रूप से कैसे इस्तेमाल करें? मुझे लगता है रवि शास्त्री इंग्लैंड के अगले कोच बनने चाहिए."
शास्त्री का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकॉर्ड
रवि शास्त्री भारत के कोच रहते हुए दो बार ऑस्ट्रेलिया को उसके मैदान पर हराने में कामयाब रहे. 2018-19 में इंडिया ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती थी. फिर 2020-21 में चोटों से जूझती टीम के साथ भी यह कारनामा दोहराया. एडिलेड में 36 रन पर ऑलआउट होने के बाद भी टीम ने शानदार वापसी की. यह रिकॉर्ड दिखाता है कि शास्त्री दबाव में टीम को मजबूत बनाना जानते हैं.
इंग्लैंड को बदलनी होगी रणनीति
एशेज में अभी दो मैच बाकी हैं, लेकिन सीरीज ऑस्ट्रेलिया की झोली में है. इंग्लैंड को अब अपनी रणनीति बदलनी होगी. मैकुलम का अनुबंध 2027 तक है, लेकिन हार के बाद बदलाव की बातें जोर पकड़ रही हैं. पनेसर जैसे पूर्व खिलाड़ी शास्त्री जैसे अनुभवी कोच की वकालत कर रहे हैं. देखना यह है कि ईसीबी क्या फैसला लेता है.


