इंग्लैंड दौरे के बीच इस खिलाड़ी ने घटाया 17 kg वजन, क्या टेस्ट टीम में मिलेगा मौका?
भारतीय बल्लेबाज सरफराज खान ने 17 किलो वजन कम कर अपनी फिटनेस पर काम किया और टीम इंडिया में वापसी की उम्मीदें फिर से जगाईं. घरेलू प्रदर्शन के बावजूद वे चयन से चूके, लेकिन अब उनके समर्पण ने सबका ध्यान खींचा है. डाइट और कड़ी मेहनत से उन्होंने अपनी छवि बदल दी है.

भारतीय बल्लेबाज सरफराज खान ने अपने क्रिकेट करियर को नई दिशा देने के लिए मैदान के बाहर भी असाधारण मेहनत की है. 27 वर्षीय सरफराज ने अपनी फिटनेस को लेकर गंभीर रुख अपनाया और करीब 17 किलो वजन कम किया. उनके इस समर्पण को देखकर अब यह माना जा रहा है कि वह जल्द ही भारतीय टीम में फिर से दस्तक दे सकते हैं.
लंबे इंतज़ार के बाद भी मौका नहीं
सरफराज का घरेलू रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है और उन्होंने भारत ए के लिए भी शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बावजूद उन्हें हाल की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए नजरअंदाज कर दिया गया. चयनकर्ताओं ने उनकी जगह साई सुदर्शन और करुण नायर को तरजीह दी. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे में भी वे टीम का हिस्सा रहे, मगर कोच गौतम गंभीर ने उन्हें खेलने का मौका नहीं दिया. गंभीर ने तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिचों को देखते हुए वाशिंगटन सुंदर को प्राथमिकता दी.
वजन ही बना रुकावट
भले ही सरफराज की बल्लेबाज़ी पर कभी सवाल नहीं उठे, लेकिन उनकी फिटनेस, विशेष रूप से वजन, को लेकर लंबे समय से आलोचना होती रही है. यह माना जाता है कि फिटनेस के कारण ही उनके टेस्ट डेब्यू में देरी हुई. इस आलोचना को गंभीरता से लेते हुए सरफराज ने अपने जीवनशैली में बड़ा बदलाव किया.
डाइट से आया बदलाव
सरफराज ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीर साझा की जिसमें उनका बदला हुआ अवतार साफ नजर आया. इस तस्वीर के साथ उन्होंने बताया कि उन्होंने 17 किलो वजन घटाया है. उनके पिता नौशाद खान ने भी इस बदलाव की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि परिवार ने मिलकर अपने खान-पान में भारी बदलाव किए हैं. उन्होंने कहा, “हमने रोटी, चावल, चीनी, मैदा और बेकरी आइटम पूरी तरह छोड़ दिए हैं. अब हम ब्रोकली, गाजर, खीरा, हरी सब्जियाँ, एवोकाडो, ग्रिल्ड फिश, उबला चिकन और अंडा खाते हैं. ग्रीन टी और ग्रीन कॉफी भी हमारी डाइट का हिस्सा हैं.”
भारत ए के लिए शानदार प्रदर्शन
इंग्लैंड दौरे पर सरफराज भारत ए टीम के साथ गए थे, जहां उन्होंने पहले अनाधिकारिक टेस्ट में 92 रन की उम्दा पारी खेली. हालांकि, उन्हें अगला मैच खेलने का मौका नहीं मिला क्योंकि केएल राहुल को टीम में शामिल कर लिया गया.
उम्मीदें फिर से जगीं
सरफराज खान के इस परिवर्तन ने उनके प्रशंसकों और क्रिकेट पंडितों का ध्यान खींचा है. जहां एक तरफ चयनकर्ताओं को अब उनकी फिटनेस पर कोई सवाल उठाने का मौका नहीं मिलेगा, वहीं दूसरी ओर सरफराज ने यह दिखा दिया है कि वे सिर्फ बल्ले से नहीं, बल्कि दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत से भी मैदान के बाहर जीतने का माद्दा रखते हैं.


