ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद क्या बोले महिला टीम इंडिया के कोच अमोल मजूमदार?
Womens ODI World Cup 2025: भारतीय महिला टीम के कोच अमोल मजूमदार ने ऑस्ट्रेलिया से करीबी हार के बावजूद बल्लेबाजी क्रम में बदलाव से इनकार किया है. उन्होंने बेहतर अंत पर जोर देते हुए कहा कि टीम को अंतिम ओवरों में सुधार करना होगा. अगला मुकाबला 19 अक्टूबर को इंग्लैंड के खिलाफ होगा.

Womens ODI World Cup 2025: भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने रविवार को विशाखापत्तनम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली करीबी हार के बावजूद अपनी बल्लेबाजी लाइनअप में किसी बड़े बदलाव की संभावना को नकारा. उन्होंने साफ किया कि टीम का बल्लेबाजी क्रम स्थिर और संतुलित है और वे इसमें छेड़छाड़ नहीं करना चाहते.
मंधाना-रावल की शानदार शुरुआत
भारत की ओर से स्मृति मंधाना और प्रतीक रावल ने पारी की शुरुआत करते हुए 155 रनों की ठोस साझेदारी की. यह साझेदारी टीम को मजबूत स्थिति में ले गई, लेकिन इसके बाद हरलीन देओल को तीसरे नंबर पर भेजने का फैसला थोड़ा चौंकाने वाला रहा. हरलीन ने 42 गेंदों पर 38 रन बनाए, लेकिन उनसे तेज़ बल्लेबाज़ी की उम्मीद की जा रही थी. मैच के आखिरी ओवरों में भारत की पारी लड़खड़ा गई और टीम 294/5 से सिर्फ 5.5 ओवर में 330 रन पर सिमट गई, जिससे भारत को तीन विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
बदलाव की जरूरत नहीं
मैच के बाद प्रेस वार्ता में मजूमदार ने स्पष्ट किया कि टीम का शीर्ष क्रम स्थिर रहेगा, हालांकि नीचे के क्रम में लचीलापन बरकरार रहेगा. उन्होंने कहा कि हमारी बल्लेबाजी लाइनअप अच्छी तरह सेट है. हम उसमें ज्यादा छेड़छाड़ नहीं करना चाहते. हालांकि, हमारे पास ऋचा घोष और दीप्ति शर्मा जैसी खिलाड़ी हैं जिन्हें परिस्थिति के अनुसार इस्तेमाल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर दीप्ति शर्मा को बाएं हाथ की बल्लेबाज के रूप में रणनीतिक रूप से भेजा जा सकता है, जो रन गति को बनाए रखने में सक्षम हैं.
बेहतर अंत की जरूरत
मजूमदार ने यह भी माना कि टीम को मैच के अंतिम ओवरों में बेहतर प्रदर्शन करने की आवश्यकता है. फिर वह बल्ले से हो या गेंद से. उन्होंने कहा कि क्रिकेट में अंत हमेशा मायने रखता है. मैं ड्रेसिंग रूम में भी यही कहता हूं कि अच्छी शुरुआत ज़रूरी है, लेकिन अच्छा अंत और जरूरी है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी पांच ओवरों में मैच गंवाया, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी अगर 20 रन और बना लिए होते, तो नतीजा अलग हो सकता था.
सीखना और आगे बढ़ना
कोच ने कहा कि यह हार एक सीखने का अवसर है, और टीम में सुधार की गुंजाइश है. उन्होंने कहा कि टीम धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है और ऐसे मैच खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं. उन्होंने कहा कि हम सकारात्मक चीज़ों पर ध्यान देते हैं. यह हार हमें बताती है कि कैसे मैच का अंत मजबूती से किया जाए.
अगला मुकाबला इंग्लैंड से
भारत अब अपना अगला मुकाबला 19 अक्टूबर को इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगा. इस मैच में टीम की रणनीति और संयोजन पर सबकी नजरें होंगी, खासकर मैच के अंतिम पलों में प्रदर्शन को लेकर.


