अखिलेश का तीखा वार! लोकतंत्र को कुचलने की गहरी साजिश? SIR पर सवालों की बौछार, BLO की संदिग्ध मौत पर गरमाई सियासत
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा और चुनाव आयोग पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एसआईआर के बहाने आरक्षण और लोगों के अधिकार छीने जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की मौत का मामला पर जोर-शोर से सवाल उठाया और आरोप लगाया कि इन गरीब कर्मचारियों पर इतना दबाव डाला जा रहा है कि काम के बोझ तले उनकी जान जा रही है.

उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि एसआईआर के नाम पर लोगों के आरक्षण और अधिकार छीने जाने की कोशिश हो रही है. इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आयोग भाजपा के इशारों पर काम कर रहा है और जो भाजपा चाहती है, वही चुनाव आयोग करता है.
अखिलेश यादव ने बीएलओ की लगातार हो रही मौतों का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया और पीड़ित परिवारों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और अन्य सरकारी सुविधाएं देने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान बीएलओ पर काम का भारी दबाव डाला जा रहा है, जिससे कई कर्मचारियों की जान चली गई है.
अखिलेश यादव का बयान
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया गरीबों और वंचितों के अधिकार छीनने की दिशा में उठाया गया कदम है. उन्होंने फतेहपुर की घटना का जिक्र करते हुए बताया कि मृतक बीएलओ के परिवार ने कहा कि उस पर तेजी से काम करने का दबाव बनाया जा रहा था, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली.
उन्होंने कहा, बंगाल के लोग यह कह रहे हैं कि चुनाव आयोग के हाथ खून से रंगे हैं. अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उप-चुनाव में आयोग ने बूथ लूटने जैसे मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की. उनके अनुसार बीजेपी जो चाहती थी वो चुनाव आयोग करता है. यह लोकतंत्र खत्म करने की साजिश है. उन्होंने यह भी कहा कि घोसी विधानसभा क्षेत्र में विधायक के निधन के बाद तेरहवीं तक नहीं हुई, लेकिन 20 हजार वोट हटाने की तैयारी पहले ही कर ली गई है.
एक करोड़ मुआवजे की मांग
इस मौके पर अखिलेश यादव ने मलीहाबाद के मृतक बीएलओ विजय कुमार की पत्नी को दो लाख रुपये का चेक सौंपा. उन्होंने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सभी आवश्यक सरकारी सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं. उनका कहना था कि एसआईआर प्रक्रिया में लगे बीएलओ पर अधिकारी अनावश्यक दबाव बना रहे हैं, जो बेहद संवेदनशील और चिंताजनक स्थिति है.
अखिलेश का सवाल
अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि जब यूपी में शादी-ब्याह का मौसम चल रहा है और लोग व्यस्त हैं, तो भाजपा इतनी जल्दबाजी क्यों कर रही है? उन्होंने दावा किया कि सफाई कर्मचारियों को तकनीकी काम में लगा दिया गया है और कहा कि फॉर्म बांटने की बात तो कही जा रही है, लेकिन लोगों को फॉर्म मिल ही नहीं रहे हैं.
मृतक बीएलओ की पत्नी का आरोप
इस दौरान मृतक बीएलओ विजय कुमार की पत्नी ने कहा कि उनके पति काम के दबाव से अत्यधिक तनाव में थे, जिससे उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी धमकी देते थे कि काम तेज करो वरना एफआईआर कर देंगे. 14 नवंबर को भी वो काम में लगे थे और उसी दिन उनका निधन हो गया. उन्होंने प्रशासन पर झूठ बोलने और कोई सहायता न देने का आरोप भी लगाया.


