score Card

‘ए भइया, छोड़ दीजिए…’ बाउंसरों ने भक्तों पर बरसाए डंडे, खून से लथपथ दिखे श्रद्धालु

राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में बाउंसरों की गुंडागर्दी सामने आई. दर्शन के दौरान महिला और पुरुष श्रद्धालुओं से मारपीट और बदसलूकी की गई. कई श्रद्धालु घायल हुए. पुलिस ने तीन बाउंसरों को गिरफ्तार किया है. घायलों का इलाज जारी है. मंदिर ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

राजस्थान के दौसा जिले में स्थित प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर एक बार फिर विवादों में आ गया है. मंदिर परिसर में भीड़ नियंत्रण के नाम पर तैनात बाउंसरों की दबंगई और हिंसा ने श्रद्धालुओं को भयभीत कर दिया है. सोमवार को सामने आए एक वीडियो क्लिप ने इस घटना को सुर्खियों में ला दिया, जिसमें बाउंसर महिला और पुरुष श्रद्धालुओं को डंडों से पीटते नजर आ रहे हैं.

घटना रविवार दोपहर की बताई जा रही है, जब मंदिर में दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी. दर्शन के लिए कतार में लगे श्रद्धालुओं और ट्रस्ट द्वारा तैनात बाउंसरों के बीच कहासुनी हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विवाद बढ़ने पर बाउंसरों ने गाली-गलौज करते हुए लाठियों से हमला कर दिया. इस दौरान महिलाएं और बच्चे भी नहीं बचे. कई श्रद्धालुओं के सिर फट गए और वे लहूलुहान हो गए.

घायल श्रद्धालुओं को नहीं मिला समय पर इलाज

घटना के बाद सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मंदिर प्रशासन ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने तक की जिम्मेदारी नहीं निभाई. श्रद्धालु अपने साधनों से निजी अस्पतालों में पहुंचे और इलाज करवाया. अब तक सात श्रद्धालुओं के घायल होने की जानकारी सामने आई है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.

पुलिस ने दर्ज किया केस, तीन बाउंसर गिरफ्तार

घटना की सूचना मिलते ही श्रद्धालुओं ने टोडाभीम थाने में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन बाउंसरों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जांच जारी है. स्थानीय प्रशासन ने भी मंदिर ट्रस्ट से घटना की रिपोर्ट मांगी है.

मंदिर ट्रस्ट की कार्यशैली पर उठे सवाल

इस घटना के बाद लोगों ने मंदिर ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं. खासकर इस बात को लेकर नाराजगी है कि जहां मंदिर में भारी संख्या में महिलाएं दर्शन के लिए आती हैं, वहां महिला बाउंसरों की नियुक्ति क्यों नहीं की गई? पुरुष बाउंसरों द्वारा महिलाओं पर लाठीचार्ज न केवल असंवेदनशीलता है बल्कि नियमों का भी उल्लंघन है. जब इस पूरे मामले में मंदिर ट्रस्ट के सचिव मनोज माथुर से प्रतिक्रिया लेनी चाही गई तो उन्होंने कई बार फोन करने के बावजूद कॉल रिसीव नहीं किया. इससे ट्रस्ट की जवाबदेही पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

सोशल मीडिया पर आक्रोश

वायरल वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. यूज़र्स ने मंदिर प्रशासन से माफ़ी और सख्त कार्रवाई की मांग की है. कुछ ने इस मुद्दे को राज्य सरकार और राष्ट्रीय महिला आयोग तक पहुंचाने की बात कही है. यह पहली बार नहीं है जब मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में बाउंसरों की बदसलूकी सामने आई हो. इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. अब देखना यह है कि इस बार श्रद्धालुओं को इंसाफ मिलता है या नहीं.

calender
30 June 2025, 02:25 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag