धोखा, अश्लील वीडियो, गुस्सा... दिल्ली में 21 साल की लड़की ने अपने पार्टनर को क्यों उतारा मौत के घाट?
दिल्ली हत्याकांड मामले में लड़की ने अपनी फोरेंसिक साइंस की पढ़ाई और क्राइम शोज़ के दीवानेपन का फायदा उठाकर कत्ल को महज एक 'दुर्घटना' जैसा दिखाने की चालाकी भरी कोशिश की.

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने राजधानी में हुई एक भयानक हत्या की गुत्थी सुलझा ली है, जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. जांच में खुलासा हुआ है कि मोरादाबाद की 21 वर्षीय फॉरेंसिक साइंस की छात्रा ने अपने 32 वर्षीय बॉयफ्रेंड जो UPSC की तैयारी कर रहा था.किसी बात के कारण वह उसका चोरी से वीडियो बना रहा था लेकिन जैसे ही लड़की को पता चला कि वह उसकी चोरी से वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था और उन्हें डिलीट करने से मना कर रहा था. यह रिश्ता भरोसे से शुरू होकर धोखे, गुस्से और बदले की कहानी में तब्दील हो गया. पुलिस का कहना है कि लड़की ने अपने फॉरेंसिक ज्ञान और क्राइम शो की समझ का इस्तेमाल करते हुए हत्या को एक दुर्घटना का रूप देने की साजिश रची और सबूत मिटाने की कोशिश की.
छात्रा ने रचा खौफनाक प्लान
पुलिस के अनुसार, आरोपी छात्रा ने अपने एक्स-बॉयफ्रेंड (LPG डिस्ट्रीब्यूटर) और एक अन्य व्यक्ति की मदद से इस हत्या को अंजाम दिया. घटना 5 अक्टूबर की रात की है जब तीनों आरोपी उत्तर दिल्ली के गांधी विहार स्थित पीड़ित के फ्लैट पहुंचे. वहां उन्होंने युवक का सामना किया, झगड़ा हुआ और फिर मोबाइल चार्जर की तार से उसका गला घोंट दिया. हत्या को एक हादसे का रूप देने के लिए, आरोपियों ने घी और शराब शरीर पर उड़ेला, गैस रेगुलेटर खोला, और फिर लाइटर जलाकर कमरे में आग लगा दी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने गैस रेगुलेटर खोलकर लाइटर जलाया, ताकि यह घटना आकस्मिक आगजनी जैसी लगे. सिलेंडर को मृतक के सिर के पास रखा गया था. करीब एक घंटे बाद सिलेंडर में विस्फोट हुआ और शरीर पूरी तरह जल गया. अगली सुबह पीड़ित का जला हुआ शव फ्लैट की चौथी मंजिल पर मिला. शुरू में पुलिस ने इसे लापरवाही से आग लगने का मामला माना, लेकिन बर्न पैटर्न में असंगति और पीड़ित के चचेरे भाई की शिकायत के बाद जांच का रुख बदल गया.
CCTV और फोन ट्रैकिंग से खुला राज
जांच में सामने आया कि आग लगने से पहले दो पुरुष और एक महिला फ्लैट में आते हैं और आग लगने से पहले महिला को बाहर निकलते देखा गया. तकनीकी निगरानी और मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए पुलिस मोरादाबाद पहुंची और 18 अक्टूबर को आरोपी छात्रा, 21 अक्टूबर को उसके एक्स-बॉयफ्रेंड, और दो दिन बाद तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
हार्ड डिस्क में मिला असली सबूत
मामले की जांच के दौरान पुलिस को फ्लैट से बरामद एक हार्ड डिस्क ने सब कुछ बदल दिया.पुलिस के अनुसार, उसमें 15 से अधिक महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो मिले.
एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि मृतक कई महिलाओं के साथ ऐसा करता था और उनकी प्राइवेट वीडियो अपने लैपटॉप में रिकॉर्ड करता था. लैपटॉप अभी तक बरामद नहीं हुआ है, लेकिन हार्ड डिस्क जब्त कर ली गई है.
फॉरेंसिक विशेषज्ञ अब इन वीडियो की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि वीडियो सहमति से बनाए गए थे या नहीं. यदि इसमें गैर-सहमति पाई जाती है, तो पुलिस वॉयूरिज्म और प्राइवेसी के उल्लंघन के तहत नए आरोप जोड़ सकती है.
हत्या का मकसद
पुलिस के अनुसार, जब लड़की ने अपने प्रेमी से वीडियो डिलीट करने को कहा और उसने इनकार कर दिया, तो वह गुस्से और अपमान से भर गई. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उसे धोखे और अपमान का एहसास हुआ. फॉरेंसिक साइंस का नॉलेज होने के कारण उसने बड़ी बारीकी से हत्या की योजना बनाई और उसे हादसे की तरह पेश किया.


