मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल, नेता का अश्लील वीडियो वायरल
मंदसौर में मनोहरलाल धाकड़ का एक महिला के साथ आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ है. उन्हें बीजेपी नेता बताया जा रहा है, लेकिन पार्टी ने सदस्यता से इनकार किया है. वीडियो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का बताया जा रहा है और कार धाकड़ के नाम पर रजिस्टर्ड है. जांच और राजनीति गर्म है.

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में एक कथित अश्लील वीडियो सामने आने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. वीडियो में एक शख्स को एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा जा सकता है, जिसे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नेता बताया जा रहा है. हालांकि, भाजपा की ओर से साफ किया गया है कि वह व्यक्ति पार्टी का प्राथमिक सदस्य नहीं है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, वीडियो में नजर आने वाला व्यक्ति मनोहरलाल धाकड़ है. वह उज्जैन में पंजीकृत धाकड़ महासभा का राष्ट्रीय मंत्री भी रहा है. इस वायरल वीडियो के बाद महासभा ने बयान जारी कर धाकड़ को उसके पद से हटा दिया है.
धाकड़ की पत्नी हैं बीजेपी समर्थित जिला पंचायत सदस्य
जानकारी के अनुसार, मनोहरलाल धाकड़ की पत्नी सोहनबाई वर्तमान में मंदसौर जिला पंचायत की सदस्य हैं. वह वार्ड क्रमांक 8 से भाजपा समर्थित उम्मीदवार के रूप में चुनी गई थीं. इस वजह से सोशल मीडिया पर कई लोगों ने वीडियो में दिख रहे शख्स को भाजपा से जोड़ा है.
13 मई का बताया जा रहा वीडियो
वायरल हो रहे वीडियो में मनोहरलाल धाकड़ एक महिला के साथ एक सफेद कार से उतरते दिखाई देते हैं. यह वीडियो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का बताया जा रहा है और इसके दिनांक को 13 मई बताया गया है. वीडियो में दिख रही कार की रजिस्ट्रेशन डिटेल्स भी सामने आ चुकी हैं, जो परिवहन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार मनोहरलाल धाकड़ के नाम पर पंजीकृत है.
भाजपा ने साध ली दूरी
भाजपा ने वायरल वीडियो को लेकर खुद को इस पूरे विवाद से अलग कर लिया है. मंदसौर भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित ने स्पष्ट करते हुए कहा, "मनोहरलाल धाकड़ भाजपा का प्राथमिक सदस्य नहीं है." उन्होंने यह भी कहा कि अगर धाकड़ ने कभी ऑनलाइन माध्यम से सदस्यता ली हो तो इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.
धाकड़ से संपर्क की कोशिश असफल
पीटीआई-भाषा द्वारा धाकड़ से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी. सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर भारी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, वहीं भाजपा अब तक इस प्रकरण में कोई आंतरिक जांच के संकेत नहीं दे रही है.


