ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंचकूला में ब्लैकआउट, भारत-पाक तनाव के बीच प्रशासन का बड़ा फैसला
भारत-पाक तनाव के चलते पंचकूला को हाई अलर्ट पर रखा गया है. शुक्रवार शाम 7 बजे से ब्लैकआउट लागू होगा, प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से लोगों से घरों में रहने की अपील की है.

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर हरियाणा के पंचकूला जिले को पूरी तरह से हाई अलर्ट पर रखा गया है. जिला उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने शुक्रवार शाम 7 बजे से पूरे जिले में ब्लैकआउट की घोषणा की है. प्रशासन ने ये एहतियातन कदम सुरक्षा तैयारियों के तहत उठाया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके.
डीसी गुप्ता ने स्पष्ट किया कि फिलहाल जिले में हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और कर्फ्यू लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों से बचें और केवल अधिकृत सूत्रों से ही जानकारी प्राप्त करें. उन्होंने ये भी कहा कि प्रशासन की ओर से जारी सोशल मीडिया हैंडल्स और व्हाट्सएप ग्रुप्स, जिनमें वार्ड पार्षद, सरपंच और प्रमुख समुदायिक नेता शामिल हैं, वहीं से प्राप्त जानकारी पर ही विश्वास करें.
गुरुवार रात भी अचानक किया गया था ब्लैकआउट
डीसी मोनिका गुप्ता ने बताया कि गुरुवार रात भी जिले में अचानक ब्लैकआउट अलर्ट जारी किया गया था. जिसके बाद पूरे पंचकूला में बिजली बंद कर दी गई थी. इसी प्रकार की आशंका शुक्रवार को भी जताई गई है, इसलिए एहतियात के तौर पर शुक्रवार शाम 7 बजे से सभी नागरिकों से अपने घरों की लाइटें बंद रखने और घर के अंदर ही रहने की अपील की गई है. उन्होंने कहा कि अत्यावश्यक स्थिति को छोड़कर कोई भी व्यक्ति बाहर ना निकले.
सोलर स्ट्रीट लाइट्स भी बंद रखने का आदेश
डीसी गुप्ता ने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, तब तक सोलर स्ट्रीट लाइट्स को भी बंद रखने का फैसला लिया गया है. संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है और स्वास्थ्य विभाग व अग्निशमन विभाग की टीमें पूरी तरह अलर्ट पर हैं. जिला प्रशासन ने पंचकूला के सभी बाजार संगठनों से अपील की है कि वे शुक्रवार को शाम 7 बजे तक अपने प्रतिष्ठान बंद कर लें और किसी भी प्रकार की बाहरी या भीतरी लाइट का उपयोग ना करें. डिस्प्ले बोर्ड लाइट्स को भी पूरी तरह बंद करने को कहा गया है. डीसी ने कहा कि दुकानों और मॉल्स में लगे सीसीटीवी कैमरे भी बंद कर दिए जाएं ताकि ब्लैकआउट का पूरा प्रभाव सुनिश्चित किया जा सके.
सरकारी भवनों में भी लाइट बंद रखने के निर्देश
डीसी गुप्ता ने ये भी निर्देश दिए हैं कि शुक्रवार रात किसी भी सरकारी कार्यालय या मुख्यालय में लाइट ना जले. संबंधित विभागाध्यक्षों को इसकी सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है. किसी भी आपातकालीन सूचना को समय पर प्रसारित करने के लिए जिला प्रशासन ने क्षेत्रवार निगरानी टीमें गठित की हैं. ये टीमें आवश्यक होने पर सायरन और लाउडस्पीकर के माध्यम से नागरिकों को सूचित करेंगी. डीसी ने कहा कि ये ब्लैकआउट पूरी तरह से एक सुरक्षात्मक उपाय है, और इसका उद्देश्य जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.