ट्रेन से लापता सिविल जज अभ्यर्थी का मिला सुराग, मां को फोन कर बताया; 12 दिनों से थी गायब
मध्यप्रदेश में सिविल जज की तैयारी कर रही 29 वर्षीय अर्चना तिवारी, जो इंदौर से ट्रेन पकड़ने के बाद लापता हो गई थीं, अब सुरक्षित मिल गई हैं. पुलिस ने उनकी लोकेशन का सुराग पा लिया है और मामले की गहन जांच जारी है.

Madhya Pradesh news: मध्यप्रदेश में सिविल जज की तैयारी कर रही 29 वर्षीय अर्चना तिवारी की गुमशुदगी ने लोगों को चिंता में डाल दिया था. इंदौर से कटनी के लिए ट्रेन पकड़ने के बाद उनका कोई पता नहीं चल रहा था. अब खबर आई है कि अर्चना सुरक्षित हैं और पुलिस ने उनकी लोकेशन का सुराग भी पा लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अर्चना के भाई दिव्यांशु मिश्रा ने पुष्टि करते हुए कहा है कि उनकी बहन जीवित हैं और आगे की जानकारी पुलिस साझा करेगी. वहीं, भोपाल रेलवे मंडल के एसपी राहुल कुमार लोधा ने भी बताया कि पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं, हालांकि उन्होंने विस्तृत जानकारी साझा करने से परहेज किया.
पुलिस की जांच में मिले अहम सुराग
सूत्रों के मुताबिक, अर्चना तिवारी ने अपनी मां से बात कर लोकेशन भी साझा की है. रेलवे पुलिस की एक टीम उन्हें लाने के लिए मौके पर रवाना हो चुकी है. बताया जा रहा है कि अर्चना लगातार ग्वालियर में तैनात एक कॉन्स्टेबल के संपर्क में थीं. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
उमरिया स्टेशन पर मिला बैग
अर्चना तिवारी ने 7 अगस्त को इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस पकड़ी थी. उन्होंने रात 10:15 बजे भोपाल स्टेशन पहुंचने पर अपनी मां से आखिरी बार बात की थी. इसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया और उनका कोई पता नहीं चल सका.जांच के दौरान अर्चना का बैग उमरिया स्टेशन पर मिला था. मोबाइल की आखिरी लोकेशन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर ट्रेस हुई थी. इतना ही नहीं, इटारसी स्टेशन पर उनके मोबाइल से इंटरनेट कनेक्शन जुड़ा था, जिससे संदेह है कि उस दौरान इंटरनेट कॉल की गई होगी.
पुलिस ने चलाया व्यापक सर्च ऑपरेशन
अर्चना की तलाश में पुलिस ने 97 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. तीन टीमों को तैनात किया गया और बुधनी व बर्खेड़ा के बीच मिडघाट के जंगलों व पहाड़ी इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इसमें डॉग स्क्वायड, गोताखोरों और ड्रोन तक की मदद ली गई. पुलिस ने अर्चना के कॉल डिटेल रिकॉर्ड और सोशल मीडिया हैंडल्स की भी जांच की. उनके दोस्तों और साथ पढ़ने वाले छात्रों से पूछताछ की गई. इसके अलावा ट्रेन टिकट चेकर, कोच अटेंडेंट और सहयात्रियों से भी जानकारी जुटाई गई.
फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. यह साफ हो गया है कि अर्चना सुरक्षित हैं, लेकिन वह लापता कैसे हुईं और इस दौरान क्या हुआ, इसकी जानकारी पुलिस की आधिकारिक रिपोर्ट से ही सामने आएगी.


