कांग्रेस से निकाले गए दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह, राहुल गांधी पर बयान पड़ा भारी
Congress expels Laxman Singh: कांग्रेस ने राहुल गांधी के खिलाफ बयान देने पर दिग्विजय सिंह के भाई और वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता और नेतृत्व के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से बाहर का रास्ता दिखा दिया.

Congress expels Laxman Singh: कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया. पार्टी ने यह कार्रवाई राहुल गांधी के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी और पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते की है. कांग्रेस की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि लक्ष्मण सिंह को "तत्काल प्रभाव से" पार्टी से बाहर कर दिया गया है.
यह फैसला अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) की अनुशासन समिति की सिफारिश के बाद लिया गया है, जिसमें कहा गया कि लक्ष्मण सिंह ने बार-बार पार्टी नेतृत्व के खिलाफ सार्वजनिक बयान दिए, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा. लक्ष्मण सिंह पांच बार सांसद रह चुके हैं और मध्यप्रदेश की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं.
Congress President Mallikarjun Kharge has expelled Laxman Singh, Former MLA, Madhya Pradesh, from the primary membership of the party for a period of six years due to his anti-party activities. pic.twitter.com/G8jBZBqVQx
— ANI (@ANI) June 11, 2025
राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा पर दिया था विवादित बयान
पार्टी से निष्कासन से पहले, लक्ष्मण सिंह को पिछले महीने कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. उन्होंने कथित तौर पर सवाल उठाया था कि पार्टी को राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की "अपरिपक्वता" को और कितने समय तक झेलना पड़ेगा. उन्होंने कहा था, "राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा अपरिपक्व हैं."
पहलगाम आतंकी हमले पर टिप्पणी से बढ़ा विवाद
24 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लक्ष्मण सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक बयान दिया, जिससे पार्टी के भीतर काफी विवाद खड़ा हो गया. उन्होंने कहा, "देश को राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की अपरिपक्वता का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है."
पार्टी नेतृत्व के खिलाफ सार्वजनिक बयान बने वजह
कांग्रेस ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जताई कि एक वरिष्ठ नेता द्वारा इस तरह के बयान न सिर्फ पार्टी की नीति के खिलाफ हैं, बल्कि इससे जनता में गलत संदेश जाता है. अनुशासन समिति ने लक्ष्मण सिंह के बयानों को पार्टी की छवि खराब करने वाला करार दिया और उनके निष्कासन की सिफारिश की.