Jharkhand: धनबाद में चुनावी घमासान, पढ़ें निर्दलीय प्रत्याशी सुनैना किन्रर की दर्द भरी दास्तान
Jharkhand: सुनैना किन्नर जो कि धनबाद से निर्दलीय उम्मीदवार हैं, उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में जीवन से लेकर चुनावी मैदान तक की बात बताई हैं.
Jharkhand: झारखंड के धनबाद को कोयले की राजधानी कहा जाता है. यहां कोयला माफियाओं के हमेशा खून खराबे की बात सुनने को मिलती है. इस चुनावी घमासान में आज हम चर्चा करने वाले हैं ऐसे प्रत्याशी की जो न नर है ना नारी. एक ऐसी ट्रांसजेंडर जिसने समाज की गंदी कुरीतियों से उठकर राजनीति में कदम रखा है. इनका नाम है सुनैना किन्नर जिन्होंने ग्रेजुएट तक की पढ़ाई पूरी की है.
सुनैना के प्रचार करने के तरीके आ रहे लोगों को पसंद
चुनावी मैदान में जब सुनैना के प्रचार के लिए जाती हैं तो उनका बात करने का तरीका बेहद दिलचस्प होता है. जिससे वह चर्चाओं में बनी हुई हैं. मगर सुनैना अपना एक-एक कदम बहुत सोच-समझकर रख रही हैं. वह चुनावी मैदान में निर्दलीय उम्मीदवार हैं, उनका आरोप है कि उन्हें धमकियां मिल रहीं हैं. धनबाद में चुनाव लड़ने के लिए बाहुबल और धनबल को अहमियत दिया जाता है. मगर सुनैना किन्नर कई चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं.
मुझे मिल रही जान से मारने की धमकी- सुनैना किन्नर
बीबीसी की रिपोर्ट में बताया गया कि "नामांकन दाख़िल करते ही उन्हें बहुत धमकियां मिलने लगीं थीं. वो कहती हैं, "मुझे डराया जा रहा था कि आप ये चुनाव ना लड़िए. वो कह रहे थे कि आप मांगने खाने वाली हो. आशीर्वाद देती हो तो वही करती रहो.”वो कहती हैं, जल्द ही धमकियां और बढ़ गईं और लहजा भी बदल गया ताकि वो डर जाएं. उनका आरोप था कि राजनीतिक दलों के लोगों ने हर संभव प्रयास किया कि वो मैदान से हट जाएं. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. मैंने सोचा जो होगा वो देखा जाएगा.''
वहीं सुनैना किन्नर कहती हैं कि कोयले पर अपराधियों का वर्चस्व. कोयले के अवैध व्यापार और वर्चस्व की लड़ाई की वजह से ही धनबाद ख़तरनाक इलाका माना जाता है. जबकि सुनैना ने जियोलॉजी से ग्रैजुएशन किया है, जो उनके समाज के लिए ये एक बड़ा कीर्तिमान है. मगर सुनैना बताती हैं कि दसवीं क्लास में मुझे ऐसा लगा कि मैं कौन हूँ? क्या हूँ. मुझमे हार्मोनल चेंज हो रहे थे. तब लोगों ने मुझे अहसास करवाया कि मैं किन्नर हूँ, उन सबसे अलग हूँ.