पश्चिम बंगाल में सड़क हादसे में इवेंट मैनेजर की मौत, घटना पर उठ रहे सवाल, जानें पुलिस ने क्या कहा
पश्चिम बंगाल के बर्धमान सोमवार को दर्दनाक हादसा हो गया. जिले में एक 27 साल की इंवेंट मैनेजर की रेसिंग के दौरान गाड़ी पलटने से मौत हो गई. पीड़िता की मां ने जांच पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों पर संदिग्धों को बचाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कांकसा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा, "मेरी बेटी मर चुकी है और सफेद गाड़ी में सवार लोग अभी भी आजाद हैं.

पश्चिम बंगाल के बर्धमान सोमवार को दर्दनाक हादसा हो गया. जिले में एक 27 साल की इंवेंट मैनेजर की रेसिंग के दौरान गाड़ी पलटने से मौत हो गई. शुरुआत में ऐसी खबरें आई थीं कि किसी दूसरी गाड़ी में सवार लोगों द्वारा परेशान किए जाने के कारण गाड़ी तेज़ गति से चल रही थी और उसके बाद यह हादसा हुआ. हालांकि, बाद में पुलिस ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि पीड़ित की कार दूसरी गाड़ी का पीछा कर रही थी.
पीड़िता सुचंद्रा चट्टोपाध्याय हुगली जिले के चिनसुरा की रहने वाली थी. वे अपने तीन सहकर्मियों के साथ एक समारोह में भाग लेने के लिए गया जा रहे थे, तभी पानागढ़ में यह दुर्घटना घटी चट्टोपाध्याय की मृत्यु हो गई, जबकि कार में सवार दो अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए.
सफेद गाड़ी ने किया पीछा
इससे पहले एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार में ईंधन भरा ही था कि तभी पांच लोगों वाली एक सफेद गाड़ी ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. दूसरी कार में सवार लोगों ने कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी की और लापरवाही से गाड़ी चलाई.
आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस ने दावों को बताया गलत
आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने इन दावों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि तकनीकी साक्ष्यों से यह पता चला है कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि पीड़ित की कार दूसरे वाहन का पीछा कर रही थी, न कि दूसरे वाहन ने उसका पीछा किया था. दुर्घटना होने से पहले पीड़ित की कार ने दूसरे वाहन को ओवरटेक किया था.
पुलिस के अनुसार, सफेद रंग की गाड़ी पानागढ़ राइस मिल की ओर बढ़ रही थी और पीड़ित की कार भी उसका पीछा कर रही थी. मोड़ लेते समय पीड़ित की कार का नियंत्रण खो गया और वह पलट गई.
पुलिस ने बताया कि हमने ड्राइवर और शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति से पूछताछ की है और उनके बयानों के आधार पर हम कह सकते हैं कि छेड़छाड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई. पुलिस ने बताया कि इस घटना में अभी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
क्या बोला पीड़िता का सहकर्मी
पीड़िता के एक सहकर्मी मिंटू मंडल ने पहले पत्रकारों को बताया था कि सफेद रंग की गाड़ी में सवार नशे में धुत लोगों के एक समूह ने उनका पीछा किया, आपत्तिजनक टिप्पणी की और उनकी कार में टक्कर मार दी. मंडल ने कहा कि इसके कारण उन्होंने गाड़ी की गति बढ़ा दी, जिससे दुर्घटना हुई. उन्होंने यह भी दावा किया कि सफेद रंग की गाड़ी मौके से भाग गई.
पीड़िता की मां ने जांच पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों पर संदिग्धों को बचाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कांकसा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा, "मेरी बेटी मर चुकी है और सफेद गाड़ी में सवार लोग अभी भी आजाद हैं.
घर में कमाने वाली इकलौती थी सुचंद्रा
रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मां ने बताया कि सुचंद्रा अपने पिता, गायक सुकांत चटर्जी की कैंसर से मृत्यु के बाद परिवार की एकमात्र कमाने वाली थीं. उन्होंने बताया कि वह गया स्थित अपनी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी मूनवॉक चलाती थी. दोनों वाहनों को जब्त कर लिया गया है तथा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
इस घटना ने राज्य में राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, भाजपा ने राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "ममता बनर्जी के शासन में, बंगाल में महिलाएं हर जगह असुरक्षित हैं, चाहे वह अस्पताल हो या राजमार्ग!"


