हिमाचल में कुदरत का कहर! बारिश-बर्फबारी से तबाही, 22 गाड़ियां बहीं, 583 सड़कें बंद, टूरिस्ट की मौत, कई घायल
Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी ने तबाही मचा दी है. कुल्लू, शिमला, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और कांगड़ा जिलों में हालात बेहद खराब हो गए हैं. प्रदेशभर में 583 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें 5 नेशनल हाईवे भी शामिल हैं. भूस्खलन और बर्फबारी के कारण कई गांवों का संपर्क कट गया है, जिससे लोग भारी परेशानी झेल रहे हैं.

Himachal Today Weather: हिमाचल प्रदेश में सर्दियों के अंत से पहले ही मौसम ने विकराल रूप धारण कर लिया है. मूसलाधार बारिश और भारी बर्फबारी ने राज्य के कई जिलों में तबाही मचाई है. कुल्लू, शिमला, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और कांगड़ा जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. शुक्रवार को पाहनाला और कांगड़ा के छोटा भंगाल में बादल फटने से हालात और बिगड़ गए. वहीं, कुल्लू के गांधीनगर में भूस्खलन के चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया.
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल में बारिश और बर्फबारी से 583 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिनमें 5 नेशनल हाईवे भी शामिल हैं. 2,263 विद्युत ट्रांसफार्मर ठप होने से कई क्षेत्रों में अंधेरा छा गया है, जबकि 279 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं.
सड़कों पर भारी तबाही, कई हाईवे बंद
बारिश और बर्फबारी के चलते प्रदेशभर में सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. चंबा जिले में सबसे ज्यादा 125 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं, जबकि किन्नौर में 76 सड़कें बंद हैं. कुल्लू जिले में 31 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें रोहतांग पास (NH-03), मनाली-जालोरी पास (NH-305) और सोलांग नाला एटीआर जैसी महत्वपूर्ण सड़कें शामिल हैं. लाहौल-स्पीति जिले में 82 सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे दुर्गम क्षेत्रों में आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है. मंडी जिले में 41, शिमला और सिरमौर में 30-30 और ऊना में 6 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं.
मनाली में ब्लैकआउट, कई इलाकों में बिजली गुल
बर्फबारी और बारिश के कारण बिजली आपूर्ति भी चरमरा गई है. कुल्लू में 975, किन्नौर में 396 और मंडी में 571 ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं, जिससे हजारों घरों में अंधेरा छा गया है. वहीं, कुल्लू में 125, शिमला में 25 और चंबा में 16 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं. मनाली पूरी तरह ब्लैकआउट की स्थिति में पहुंच चुका है, जहां संचार नेटवर्क भी ठप हो गया है.
भूस्खलन और बाढ़ से बढ़ी मुसीबतें
पिछले 48 घंटों में हिमाचल में बाढ़ और भूस्खलन से 22 वाहन बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए हैं. चंबा, लाहौल और किन्नौर में पांच जगहों पर एवलांच (हिमस्खलन) आया है. लाहौल के जोबरंग के पास दारा फॉल में एवलांच की वजह से चंद्रभागा नदी का बहाव तक रुक गया. कुल्लू के पाहनाला में बादल फटने से आठ वाहन मलबे में दब गए.
टूरिस्ट की मौत, कई लोग घायल
चंबा-सलूणी लंगेरा मार्ग पर एक कार फिसलकर खाई में गिर गई, जिसमें एक पर्यटक की मौत हो गई. मंडी जिले के बनाला में एक निजी बस पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से बस पलट गई, जिससे दो लोग घायल हो गए. चूड़धार में भारी बर्फबारी के दौरान हरियाणा का एक ट्रैकर लापता हो गया है.
सीएम सुक्खू की अपील
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि नदियों और खड्डों के किनारे जाने से बचें, क्योंकि बिजली परियोजनाओं के डैम भरने के कारण कुछ गेट खोले गए हैं.
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल में शनिवार को बारिश और बर्फबारी से कुछ राहत मिलने की संभावना है. 2 मार्च को पूरे प्रदेश में धूप खिलने की उम्मीद है, जबकि 3 और 4 मार्च को फिर से बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है.
हिमाचल में फरवरी में सामान्य से 15% ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल में फरवरी महीने में सामान्य से 15% अधिक बारिश दर्ज की गई है. बीते दो दिनों में हुई भारी बारिश से फरवरी की बारिश का आंकड़ा 117 मिलीमीटर तक पहुंच गया, जबकि सामान्य स्तर 101 मिलीमीटर होता है.


