गृह मंत्री अमित शाह का बिहार दौरा, सीतामढ़ी में जानकी मंदिर की रखेंगे आधारशिला; ये है पूरा शेड्यूल
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अब पटना न जाकर 8 अगस्त को दरभंगा होते हुए सीतामढ़ी के पुनौरा धाम पहुंचेंगे, जहां वे भव्य सीता मंदिर का शिलान्यास करेंगे. पटना में रात्रि विश्राम और भाजपा नेताओं संग बैठक रद्द कर दी गई है. यह दौरा धार्मिक और राजनीतिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है.

Amit Shah Bihar visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्तावित बिहार दौरे में बड़ा बदलाव किया गया है. पहले जहां उनका पटना में रात्रि विश्राम और भाजपा नेताओं के साथ बैठक का कार्यक्रम था, अब वे सीधे दरभंगा होते हुए सीतामढ़ी पहुंचेंगे. यह बदलाव 8 अगस्त को होने वाले पुनौरा धाम कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए किया गया है.
दरभंगा होकर पुनौरा धाम पहुंचेंगे शाह
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बुधवार को प्रेस को बताया कि शाह अब 7 अगस्त को पटना नहीं आएंगे. इसके बजाय, वे 8 अगस्त को सुबह दरभंगा एयरपोर्ट पर उतरेंगे, जहां से सीधे सीतामढ़ी के पुनौरा धाम जाएंगे. कार्यक्रम के बाद, वे दोबारा दरभंगा एयरपोर्ट से वापस लौट जाएंगे. यह दौरा अब एक दिवसीय हो गया है.
रद्द हुआ पटना में रात्रि विश्राम
अमित शाह के पहले कार्यक्रम के अनुसार, वे 7 अगस्त की शाम पटना आने वाले थे और राजधानी में भाजपा नेताओं के साथ आगामी विधानसभा चुनावों पर चर्चा करने वाले थे. लेकिन अब उनके पटना रुकने और बैठक करने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है. यह बदलाव संभवतः सुरक्षा, समय प्रबंधन और धार्मिक कार्यक्रम की प्राथमिकता के कारण किया गया है.
पुनौरा धाम में बनेगा भव्य सीता मंदिर
सीतामढ़ी के पुनौरा धाम को मां जानकी की जन्मस्थली माना जाता है. अब यहां पर अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर एक भव्य सीता मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. इस मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन 8 अगस्त को होगा, जिसमें अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, और कई संत-महात्मा, राजनेता और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे.
अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थल के रूप में विकसित होगा पुनौरा धाम
इस परियोजना के तहत सिर्फ सीता मंदिर ही नहीं, बल्कि धर्मशालाएं, पर्यटकीय सुविधाएं, यात्री निवास और अन्य सांस्कृतिक केंद्र भी विकसित किए जाएंगे. सरकार और स्थानीय प्रशासन का उद्देश्य इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक व सांस्कृतिक केंद्र बनाना है, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्रीय आर्थिक विकास होगा.
राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम है यह दौरा
हालांकि यह दौरा धार्मिक आयोजन के लिए हो रहा है, लेकिन इसे राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा की रणनीति बन रही है, और शाह की इस यात्रा को उस संदर्भ में भी देखा जा रहा है. हालांकि पटना बैठक टली है, लेकिन आने वाले समय में ऐसी बैठकों की पुनः योजना बनाई जा सकती है.


