मैंने नहीं मारा... ग्रेटर नोएडा में पत्नी की मौत पर बोला आरोपी पति- मुझे कोई पछतावा नहीं
ग्रेटर नोएडा में निक्की भाटी की संदिग्ध मौत के मामले में उसके पति विपिन भाटी पर दहेज प्रताड़ना और हत्या का आरोप है. विपिन ने खुद को निर्दोष बताते हुए इसे आत्महत्या कहा. परिवार ने 35 लाख रुपये और कार की मांग पूरी न होने पर जलाकर मारने का आरोप लगाया है. पीड़िता की बहन और बेटे ने भी प्रताड़ना की पुष्टि की है. पुलिस जांच जारी है.

Nikki Bhati Murder Case : ग्रेटर नोएडा में एक महिला की संदिग्ध मौत के मामले ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में मुख्य आरोपी और महिला का पति विपिन भाटी (28) ने अपनी पत्नी की हत्या से इनकार करते हुए दावा किया है कि निक्की भाटी की मौत आत्महत्या थी. विपिन ने मीडिया से कहा, “मुझे कोई पछतावा नहीं है, क्योंकि मैंने उसे मारा ही नहीं.” उसने सोशल मीडिया पर भी यही बात दोहराई है.
पिटाई के वायरल वीडियो पर बोला पति
भागने की कोशिश में पैर में लगी गोली
रविवार को विपिन को पुलिस ने हिरासत में लिया, लेकिन उसने भागने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने उसे गोली मार दी, जो उसके पैर में लगी. इसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां मीडिया ने उससे सवाल पूछे.
#WATCH | Greater Noida: Accused of murdering his wife Nikki over dowry demands, Vipin Bhati says, "... I have no remorse. I haven't killed her. She died on her own. Husband and wife often have fights, it is very common..." pic.twitter.com/YrPFaYARuY
— ANI (@ANI) August 24, 2025
दहेज के लिए प्रताड़ित कर जला डाला
पीड़िता निक्की भाटी के परिवार का आरोप है कि विपिन ने 35 लाख रुपये नकद और एक कार की मांग पूरी न होने पर निक्की को बेरहमी से पीटा और फिर जिंदा जला दिया. यह सब उनके 6 साल के बेटे के सामने हुआ. बच्चे ने भी पूरे घटनाक्रम को समझा और बयान दिया.
निक्की के पिता का दर्द, “वो इंसान नहीं, कसाई है”
निक्की के पिता ने स्थानीय पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा, “विपिन एक इंसान नहीं, बल्कि कसाई है. हम पहले भी घरेलू हिंसा के कारण बेटी को घर ले आए थे, लेकिन ससुराल वाले वादा करके फिर से उसे ले गए. अब उन्होंने वही किया जिसका हमें डर था.”
परिवार के अन्य सदस्य भी आरोपी
इस मामले में केवल विपिन ही नहीं, बल्कि उसके परिवार के अन्य सदस्य भी आरोपों के घेरे में हैं. उसके पिता सत्यवीर भाटी, भाई रोहित भाटी फरार हैं, जबकि उसकी माँ दया के नाम का भी एफआईआर में उल्लेख किया गया है.
निक्की की बहन ने किया खुलासा
निक्की की बड़ी बहन कंचन, जो उसी परिवार में शादीशुदा हैं, ने बताया कि उन्होंने घटना वाले दिन ही प्रताड़ना का वीडियो बनाया था और अपने मायके वालों को सूचना दी थी. कंचन के मुताबिक, उन्हें भी पीटा गया और वे बेहोश हो गईं. यह अत्याचार लंबे समय से चल रहा था.
शादी के बाद से ही शुरू हुई थी दहेज की मांग
विपिन और निक्की की शादी दिसंबर 2016 में हुई थी. कंचन ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष ने एक लाख रुपये की और मांग शुरू कर दी थी. तभी से दोनों बहनों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा था.
70% जल चुकी थी, अस्पताल ने इलाज से किया इनकार
निक्की के पिता ने बताया, “जब हमें खबर मिली और हम अस्पताल पहुंचे तो निक्की 70 प्रतिशत जल चुकी थी. फोर्टिस अस्पताल ने इलाज करने में असमर्थता जताई और हमें सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया. वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.”
बेटे बोला- मैने सब कुछ देखा
पीड़िता का छह साल का बेटा लगातार यह बता रहा है कि उसके सामने क्या-क्या हुआ. वह घटना का चश्मदीद है और उसने पुलिस को भी सब कुछ बताया है. यह बात पूरे मामले को और गंभीर बना रही है.
दोषियों को मिले फांसी
निक्की के माता-पिता ने कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए. उन्होंने कहा, “हमने अपनी बेटी को पढ़ाया-लिखाया, उसकी शादी की, लेकिन उन लोगों ने उसे जिंदा जला दिया. उन्हें फांसी दी जानी चाहिए. हमारी दोनों बेटियाँ एक ही परिवार में थीं और दोनों के साथ यह बर्बरता हुई.”
ग्रेटर नोएडा की यह घटना समाज में दहेज और घरेलू हिंसा की गंभीरता को उजागर करती है. पीड़िता निक्की भाटी की मौत को लेकर परिवार न्याय की मांग कर रहा है. पुलिस की जांच जारी है और आरोपी फरार हैं. यह मामला समाज के सामने एक बार फिर सवाल खड़ा करता है – क्या बेटियाँ आज भी सुरक्षित हैं?


