चचेरे भाई के साथ लिव-इन-रिलेशन और फिर शादी करने की जिद...सूटकेस में मिली जली लड़की को लेकर पुलिस ने किया पर्दाफाश
दिल्ली के गाजीपुर में सूटकेस में महिला का जली हुई लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. उसे एक सूटकेस के अंदर रखकर जला दिया गया था. पुलिस ने सीसीटीवी की मदद के आरोपी को ढूंढ निकाला. दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. अब इस मामले में एक के बाद एक कई खुलासे हुए हैं, जिसके बाद पुलिस के पांव तले जमीन खिसक गई.

दिल्ली में महिला की गला दबाकर हत्या की गई फिर उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसे जला दिया गया. गाजीपुर में अंजाम दिए गए इस खौफनाक हत्याकांड की गुत्थी को दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है. इस मामले में हत्या करने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि मृतक लड़की का चचेरा भाई अमित तिवारी निकला. इस मर्डर मामले में अमित तिवारी और उसके दोस्त अनुज को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में पूर्वी दिल्ली डीसीपी अभिषेक धनिया ने जो खुलासे किए हैं, उसके बारे में सुनकर ही कोई भी सहम जाएगा.
चचेरे भाई के साथ लिव-इन में रहती थी शिल्पा
मामले में 2 लोगों की गिरफ्तारी के बाद एक- एक कर परतें खुलना शुरु हुई तो पुलिस के पांव तले जमीन खिसक गई. जांच में पता लगा कि 22 साल की मृतका का नाम शिल्पा पांडे है और वह बीते एक साल से अमित तिवारी के साथ खोड़ा कॉलोनी में लिव इन में रह रही थी. वह उसपर शादी के लिए दबाव बना रही थी.
नशे में घोंट दिया गला
25 जनवरी को अमित काफी नशे में था जब एक बार फिर उसका शिल्पा से झगड़ा हुआ और उसने शिल्पा का गला घोंट दिया. इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने दोस्त और पेशे से कैब ड्राइवर अनुज कुमार को फोन किया.
डीजल छिड़ककर लगा दी आग
पुलिस के अनुसार, अमित शव को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं पर ठिकाने लगाना चाहता था. वो अपनी ह्युंडई वर्ना कार से अनुज के साथ रेकी करने निकला लेकिन अगले दिन 26 जनवरी के हाई अलर्ट के चलते 2 जगहों पर उसकी चेकिंग हुई. ऐसे में उसने आसपास ही शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. इसके बाद उसने गाजीपुर से एक पेट्रोल पंप से 160 रुपए का डीजल लिया . शव को सूटकेस में पैक किया और 26 जनवरी की सुबह करीब 1:45 बजे गाजीपुर में सुनसान जगह पर फेंककर सूटकेस को आग लगा दी. इसके बाद वह अनुज को छोड़कर ग्रेटर नोएडा चला गया. वह प्रयागराज भागने की फिराक में था लेकिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने बताया कि हमें हत्या की जानकारी सुबह 4:10 बजे मिली. जब हम मौके पर पहुंचे के बॉडी पूरी तरह जल चुकी थी, उसमें कुछ नहीं बचा था. शुरुआत में हमारे पास कोई क्लू नहीं था. बस एक जला हुआ सूटकेस और जला हुआ शव मिला था. सीसीटीवी से 20 से 25 गाड़ियों की मूवमेंट की जांच करते हैं. तब जाकर एक यूपी नंबर ह्युंडई वर्ना गाड़ी संदिग्ध मिली. गाड़ी लोनी के एक शख्स के नाम से रजिस्टर्ड थी. लोनी में जब उस शख्स से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसने गाड़ी अमित तिवारी नाम के शख्स को बेच दी है. इसके बाद अमित तिवारी के बारे में जानकारी मिली और उसे पकड़ा गया. शिल्पा पांडे और अमित दोनों की ही उम्र 22 साल थी. शिल्पा के माता पिता सूरत में रहते हैं और वहीं काम करते हैं.


