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बिहार में दिल दहला देने वाली घटना, एक ही परिवार के 5 लोगों ने खाया जहर, दो की मौत... 3 की हालत गंभीर

बिहार के नालंदा जिले के पावापुरी गांव में कर्ज के बोझ से परेशान एक परिवार के पांच लोगों ने जहर खा लिया. घटना में दो बेटियों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की हालत गंभीर है. परिवार के मुखिया धर्मेंद्र कुमार ने छह महीने पहले कपड़े की दुकान शुरू की थी, लेकिन लगातार घाटे से मानसिक तनाव में थे. उन पर लगभग पांच लाख रुपये का कर्ज था. उनका छोटा बेटा जहर नहीं खाने से बच गया है और पुलिस की निगरानी में है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. घटना से पूरे इलाके में शोक फैल गया है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

बिहार के नालंदा जिले से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है. पावापुरी गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों ने कर्ज के दबाव में ज़हर खा लिया, जिससे दो बेटियों की मौत हो गई, जबकि परिवार के तीन अन्य सदस्य गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. यह घटना पूरे इलाके में सदमे और शोक की लहर फैला गई है.

पूरा परिवार हुआ हादसे का शिकार


यह दर्दनाक मामला पावापुरी गांव के जल मंदिर के सामने स्थित एक किराए के मकान में रहने वाले धर्मेंद्र कुमार के परिवार से जुड़ा है. धर्मेंद्र मूल रूप से शेखपुरा जिले के रहने वाले है. उनके परिवार में पत्नी सोनी कुमारी, दो बेटियां और दो बेटे शामिल है.
बताया गया कि परिवार के छोटे बेटे ने ज़हर नहीं खाया, इसलिए वह सुरक्षित है और फिलहाल पुलिस की निगरानी में है.

लगातार नुकसान बना तनाव का कारण

मिली जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र ने आज से 6 महीने पहले कपड़े की दुकान शुरु की थी, लेकिन उसे इस व्यवसाय में लगातार घाटा हो रहा था. जिससे वह गहरे मानसिक तनाव में आ चुका था. वहीं, कर्ज धीरे-धीरे बढ़ता चला गया. बस इसी आर्थिक दबाव के कारण उसने अपने पूरे परिवार के साथ इस आत्मधाती कदम को उठाने का फैसला लिया.

दो बेटियों की मौत, तीन की हालत गंभीर

पावापुरी अस्पताल में भर्ती सभी लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. इलाज के दौरान दो बेटियों - दीपा और अरिका की मौत हो गई. डॉक्टरों की टीम अन्य तीनों की जान बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. घटनास्थल पर पहुंचे राजगीर डीएसपी सुनील कुमार ने जानकारी दी कि धर्मेंद्र का छोटा बेटा सुरक्षित है क्योंकि उसने ज़हर नहीं खाया.

पुलिस कर रही है मामले की जांच

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. इंस्पेक्टर मनीष भारद्वाज और पावापुरी ओपी प्रभारी भी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी गई है. डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि हर एंगल से छानबीन की जा रही है, ताकि आत्महत्या के पीछे के सभी कारणों को स्पष्ट रूप से सामने लाया जा सके.

इलाके में मातम और आक्रोश

इस हादसे के बाद पावापुरी सहित पूरे नालंदा क्षेत्र में शोक और हड़कंप की स्थिति है. स्थानीय लोग इस घटना से बेहद आहत हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए कर्ज राहत योजनाएं और मानसिक स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध कराई जाए.

यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि आर्थिक समस्याएं और मानसिक तनाव मिलकर कैसे किसी पूरे परिवार को बर्बादी की कगार पर ला सकते हैं. ऐसे हालात में समाज, प्रशासन और सरकार को मिलकर समय पर सहायता और जागरूकता फैलाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदियों को रोका जा सके.

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18 July 2025, 11:12 PM IST

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