दिल्ली में पोस्टर वॉरः AAP ने राहुल गांधी समेत इन नेताओं को बेईमानों की लिस्ट में किया शामिल, जानें क्या है केजरीवाल की नई रणनीति
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 'बेईमान' कहकर राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है. दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल की इस टिप्पणी ने विपक्षी नेताओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं. आप और कांग्रेस के रिश्ते तनावपूर्ण थे, लेकिन इस बयान ने सियासी माहौल और गरमा दिया है. इसे केजरीवाल की रणनीतिक चाल के तौर पर देखा जा रहा है, जिस कारण राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं.

लोकसभा चुनाव में साथ-साथ चुनाव लड़ी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अब एक दूसरे पर जमकर वार-पलटवार कर रहे हैं. AAP ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें राहुल गांधी को बेईमान बताया है. खास बात ये है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के बाद तीसरे नंबर पर हैं. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल और राहुल गांधी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में मंच शेयर किया था. आखिर ऐसा क्या हुआ कि लोकसभा चुनाव के छह महीने बाद AAP ने राहुल गांधी को सबसे बड़ा बेईमान बता दिया. चलिए यहां समझते हैं क्या है अरविंद केजरीवाल की पूरी रणनीति...
AAP के पोस्टर में क्या?
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर यह पोस्टर शेयर किया है. इस पोस्टर में लिखा है "केजरीवाल की ईमानदारी सभी बेईमान लोगों पर भारी पड़ेगी." इस पोस्टर के कैप्शन में लिखा है, 'एक अकेला.' इस पोस्टर में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर है. इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, वीरेंद्र सचदेवा, अनुराग ठाकुर, वीरेंद्र गुप्ता और रमेश बिधुड़ी की तस्वीर शामिल है. राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस नेता अजय माकन और संदीप दीक्षित की तस्वीर भी पोस्टर में है.
एक अकेला पड़ेगा सब पर भारी 🔥 pic.twitter.com/5jkvWaDXt4
— AAP (@AamAadmiParty) January 25, 2025
दिल्ली में लगातार बदल रहे सियासी समीकरण
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हर रोज सियासी समीकरण बदल रहे हैं. AAP इन दिनों न सिर्फ बीजेपी, बल्कि कांग्रेस के उम्मीदवारों से भी कई सीटों पर कड़ी टक्कर मिल रही है. AAP को डर है कि दिल्ली में बदलते सियासी समीकरण की वजह से मुस्लिम अल्पसंख्यक और दलित वोटर राहुल गांधी के कहने पर कहीं उनसे छिटक न जाए.AAP का मानना है कि अगर राहुल गांधी को भाजपा नेताओं के साथ खड़ा नहीं किया गया तो वो एक बड़े वोट बैंक को AAP से अपनी ओर शिफ्ट कर सकते हैं. हालांकि, आप ने अपनी पोस्टर वॉर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को दूर रखा है.
CAG रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस AAP पर हमलावर
दिल्ली में पहले काम कर चुकी केजरीवाल सरकार के वक्त की सीएजी रिपोर्ट सामने लाए जा रहे हैं, जिसमें कांग्रेस का दावा है कि कथित तौर पर भ्रष्टाचार के मामलों में अरविंद केजरीवाल शामिल हैं. अरविंद केजरीवाल का नई दिल्ली विधानसभा सीट पर सीधे-सीधे मुकाबले पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित से है. इसलिए इस पोस्टर पर राहुल गांधी के अलावा अजय माकन और संदीप दीक्षित को भी शामिल किया है. साथ ही तबीयत ठीक होने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक-एक के बाद एक दिल्ली में कई रैलियां करने वाले हैं, जिसमें मुख्य निशाना केजरीवाल ही होंगे.
राहुल गांधी ने भी अलग-थलग दिख रहा 'इंडिया' गठबंधन
लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ तमाम विपक्षी दल एकजुट हुए थे और इंडिया गठबंधन बनाया था. लेकिन यह गठबंधन अब अलग-थलग दिख रहा है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के दो साथी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. वहीं गठबंधन के दूसरे दल भी दो धरों में नजर आ रहे हैं. इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी और टीएमसी ने आम आदमी पार्टी को खुला समर्थन दे दिया है. वहीं शिवसेना (यूबीटी) ने नसीहत दे रही है कि आम आदमी पार्टी पर कांग्रेस हमलावर न हो.
2013 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ना चाहते हैं केजरीवाल?
साल 2012 में नई पार्टी बनाने के बाद अरविंद केजरीवाल पहली बार 2013 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में उतरे थे. तब केजरीवाल और उनकी पार्टी का पूरा का पूरा फोकस भ्रष्टाचार विरोध के मामले पर था. लोगों ने उनकी पार्टी और उनके एजेंडे को हाथों-हाथ लिया और 2013 में उन्हें कई सीटों पर जीत दिलवा दी. तब भी अरविंद केजरीवाल बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं पर सीधा हमला बोलते थे और उन्हें भ्रष्टाचारी घोषित कर देते थे. लेकिन इस बार समीकरण बदल गए हैं, क्योंकि अरविंद केजरीवाल पर ही भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे हैं. इसलिए अरविंद केजरीवाल के सामने चुनौती खुद को अकेला ईमानदार साबित करने की है और बाकी पार्टियों के नेताओं को बेईमान बताने की.