'बदल देंगे' नहीं, 'बदल दिया' है बिहार... सम्राट चौधरी ने सत्ता सम्मेलन में की नीतीश सरकार की तारीफ
पटना में आयोजित एक खास कार्यक्रममें प्रदेश की सियासत के बड़े चेहरे एक मंच पर नजर आए. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और जनराजनीति के जानकार प्रशांत किशोर ने राज्य की राजनीतिक दिशा और भविष्य को लेकर खुलकर बातचीत की.

पटना में आयोजित एक खास कार्यक्रम में राज्य के प्रमुख सियासी चेहरे एक मंच पर जुटे. मंच पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और जनसर्वेक्षण विशेषज्ञ प्रशांत किशोर ने एक साथ अपनी राय रखी. इस मंच पर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बने राजनीतिक समीकरणों, चुनौतियों और जनता की प्राथमिकताओं पर गहन चर्चा हुई.
कार्यक्रम की शुरुआत उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के संबोधन से हुई, जहां उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि नीतीश कुमार ही बिहार के फर्स्ट और लास्ट नेता हैं, और आगे भी उन्हीं के नेतृत्व में राज्य का भविष्य सुरक्षित रहेगा. उन्होंने नीतीश कुमार की कार्यशैली की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि बीते 20 सालों में उन्होंने बिहार की तस्वीर बदल दी है.
नीतीश कुमार का नेतृत्व स्थायी
सम्राट चौधरी ने कहा कि अब इस बात में कोई संदेह नहीं है कि नीतीश कुमार ही बिहार के फर्स्ट और लास्ट नेता हैं. बीजेपी ने उनके विजन में भरोसा जताया था और अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर बिहार भेजा था. आज जो विकास दिख रहा है, उसमें नीतीश कुमार की अहम भूमिका है. उन्होंने यह भी दोहराया कि जब नीतीश पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तब बीजेपी के पास 69 और समता पार्टी के पास 32 विधायक थे, लेकिन बीजेपी ने बड़े भाई की भूमिका निभाते हुए उन्हें आगे बढ़ाया.
बीजेपी अब भी किंगमेकर
बिहार में बीजेपी की भूमिका पर चर्चा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, “जब लालू प्रसाद यादव पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तब भी भारतीय जनता पार्टी ने ही उन्हें समर्थन दिया था. बीजेपी ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए यह फैसला लिया था. उस वक्त भी हम किंगमेकर थे और आज भी वही भूमिका निभा रहे हैं.”
SIR प्रोसेज पर दो टूक
SIR प्रोसेज और सुप्रीम कोर्ट के फैसले से जुड़े सवाल पर सम्राट चौधरी ने सख्त रुख दिखाते हुए कहा कि जो भारत के नागरिक होंगे, वही भारत के वोटर होंगे. हम बांग्लादेशी नागरिकों को वोटर नहीं बना सकते. संविधान का पहला शब्द यही कहता है. पुर्णिया कमिश्नरी के चार जिलों में 120% से ज्यादा आधार कार्ड बने हैं, जो दर्शाता है कि आंकड़ों में गड़बड़ी है.” उन्होंने उन नेताओं पर तंज भी कसा जो हाथ में संविधान की किताब लेकर घूमते हैं, लेकिन उसकी मूल भावना को समझते नहीं.
चुनावी मंच पर जुटे दिग्गज नेता
‘सत्ता सम्मेलन बिहार’ में सम्राट चौधरी के साथ-साथ तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर ने भी मंच साझा किया. इस कार्यक्रम में राज्य की राजनीति से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा की गई. अलग-अलग सत्रों में नेताओं ने बिहार की राजनीति, विकास, चुनावी रणनीति और जनता की अपेक्षाओं को लेकर अपनी राय साझा की.


