राजस्थान से बांग्लादेशियों का दूसरा जत्था निर्वासन के लिए रवाना, बंगाल के रास्ते वापसी की तैयारी
एक खुफिया अधिकारी ने जानकारी दी कि ज्यादातर संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को जयपुर, अजमेर और सीकर से पकड़ा गया और बाद में उन्हें अस्थायी हिरासत केंद्रों में भेजा गया. अब राजस्थान से बांग्लादेशियों का दूसरा जत्था निर्वासन के लिए रवाना हो गया है.

राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत, अब तक कुल 1,008 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. इनमें से अधिकांश को जयपुर, सीकर, अलवर और अजमेर जैसे जिलों से पकड़ा गया है. इनकी पहचान के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही हैं.
वापस भेजे जा रहे बांग्लादेशी नागरिक
पिछले सप्ताह, जयपुर क्षेत्र से 148 बांग्लादेशी नागरिकों को जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन से विशेष विमान द्वारा पश्चिम बंगाल भेजा गया था. वहां से उन्हें सीमा सुरक्षा बल (BSF) बांग्लादेश भेजेगा. इससे पहले, 14 मई को 148 अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को इसी प्रक्रिया के तहत भेजा गया था.
तीन नए हिरासत केंद्र स्थापित
राजस्थान सरकार ने इस अभियान के लिए तीन नए हिरासत केंद्र स्थापित किए हैं, जो उदयपुर, नागौर और अलवर जिलों में स्थित हैं. इन केंद्रों में हिरासत में लिए गए व्यक्तियों को रखा जाएगा, जबकि उनके दस्तावेजों की जांच और सत्यापन की प्रक्रिया जारी रहेगी. इस अभियान के दौरान, कुछ व्यक्तियों ने आरोप लगाया है कि भारतीय नागरिकों को भी अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है. राजस्थान उच्च न्यायालय ने इस मामले में राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है और नोटिस जारी किया है.
राजस्थान पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें इस अभियान की निगरानी कर रही हैं और अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान और निर्वासन की प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करने के लिए काम कर रही हैं.


