वाराणसी के नमो घाट पर CM योगी की सुरक्षा में बड़ी चूक, नशे में धुत युवक ने मंच पर की चढ़ने की कोशिश
उत्तर प्रदेश के वाराणसी के नमो घाट पर आयोजित काशी तमिल संगमम के शुभारंभ के दौरान एक शराबी युवक ने सीएम योगी के मंच पर चढ़ने की कोशिश की. हालांकि, पास खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उस शख्स को तुरंत पकड़ लिया. मिली जानकारी के अनुसार युवक चौबेपुर का रहने वाला है.

उत्तर प्रदेश : वाराणसी के नमो घाट पर मंगलवार शाम आयोजित काशी-तमिल संगमम् के शुभारंभ समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में गंभीर लापरवाही देखने को मिली. जब मुख्यमंत्री समेत कई वीवीआईपी मंच पर उपस्थित थे, तभी एक 25 वर्षीय युवक अचानक तेजी से मंच की दिशा में दौड़ पड़ा. सुरक्षा कमांडो ने स्थिति को समझते ही तुरंत उसे पकड़ लिया और मंच तक पहुँचने से पहले ही रोक दिया. युवक लगातार बड़बड़ाते हुए ‘चौबेपुर में काटा जा रहा…’ जैसी बातें कह रहा था और गाली-गलौज भी कर रहा था.
जोगेंद्र गुप्ता के रूप में हुई युवक की पहचान
मानसिक बीमारी से पीड़ित है जोगेंद्र
थाने में उसके भाई के पहुंचने पर पता चला कि जोगेंद्र पहले से मानसिक बीमारी से पीड़ित है और अक्सर बिना किसी नियंत्रण के उल्टी-सीधी बातें करता रहता है. भाई ने पुलिस को बताया कि जोगेंद्र की शराब की लत बेहद गंभीर है और इसी वजह से वह घर भी कम आता-जाता है. अक्सर स्टेशन, सड़कों और बाज़ारों में ही भटकता रहता है.
बोतलबंद पानी बेचकर करता है गुजारा
पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार, जोगेंद्र गुप्ता कैंट रेलवे स्टेशन के पास बोतलबंद पानी बेचकर जीवनयापन करता है. शराब पीने की आदत के कारण परिवार वालों ने कई बार उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह अक्सर घर छोड़कर बाहर घूमता रहता है.
ATS, LIU और पुलिस टीम की कार्रवाई
चूंकि मामला सीधे मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा था, इसलिए इसे हल्के में नहीं लिया गया. घटना की सूचना मिलते ही एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) की टीम भी थाने पहुँच गई और युवक से गहन पूछताछ की. इसके साथ ही एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई) और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी युवक से पूछताछ की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह घटना किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा न हो.
डीसीपी, काशी ज़ोन गौरव बंसवाल ने बताया कि युवक मानसिक बीमारी से ग्रस्त लगता है और अत्यधिक शराब पीने का आदी है. पुलिस ने उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया है और मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी.


