जयपुर में तेज रफ्तार डंपर ट्रक ने 17 वाहनों को मारी टक्कर, 12 लोगों की दर्दनाक मौत...18 घायल
राजस्थान के जयपुर के लोहे मंडी क्षेत्र में सोमवार दोपहर एक तेज रफ्तार डंपर ट्रक ने 17 वाहनों को टक्कर मार दी, जिससे कम से कम 12 लोगों की मौत और 18 घायल हो गए. हादसा दोपहर 1 बजे हुआ जब ट्रक हाईवे में प्रवेश कर रहा था.

राजस्थान : राजस्थान की राजधानी जयपुर में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक कथित रूप से नशे में धुत डंपर ट्रक चालक ने करीब पाँच किलोमीटर तक सड़क पर कहर बरपा दिया. इस हादसे में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत और अफरा-तफरी मचा दी.
तेज रफ्तार डंपर ने मचाई तबाही
#WATCH | Jaipur, Rajasthan | A trolley overtuned in Loha Mandi under Harmada Police Station area. 10 casualties reported so far. Further details awaited. pic.twitter.com/WQ244PB6bk
— ANI (@ANI) November 3, 2025
राहत और बचाव कार्य में जुटा प्रशासन
ट्रक की रफ्तार तब थमी जब उसने अंत में एक बड़ी दुर्घटना के बाद रुकावट पाई, जिससे कई वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. पुलिस और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे और मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला. घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है.
चालक हिरासत में, शराब की जांच जारी
पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है और उसके नशे की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच कराई जा रही है. प्रारंभिक जांच में चालक के शराब पीने के संकेत मिले हैं, जिससे हादसे की गंभीरता और बढ़ गई.
एक और हादसे से गमगीन राजस्थान
यह घटना उस दिन के तुरंत बाद हुई जब फालोदी में एक टेंपो ट्रैवलर ने खड़े ट्रक से टकराकर 15 लोगों की जान ले ली थी. सभी मृतक जोधपुर के सुरसागर क्षेत्र के निवासी थे, जो बीकानेर के कोलायत मंदिर में पूजा करने के बाद लौट रहे थे.
मुख्यमंत्री का शोक और सहायता के निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए तथा मृतकों के परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाए. सरकार ने यह भी आश्वासन दिया है कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न दोहराई जाएँ. यह हादसा एक बार फिर राज्य में सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों के नियंत्रण पर गंभीर सवाल खड़े करता है.


