RJD छोड़ने के बाद तेज प्रताप की पहली चाल, घोसी विधानसभा से उतारा उम्मीदवार
तेज प्रताप यादव ने घोसी विधानसभा से जय प्रकाश यादव को उम्मीदवार बनाया और पांच छोटे दलों के साथ गठबंधन की घोषणा की. उन्होंने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की "वोट अधिकार यात्रा" पर टिप्पणी करने से इनकार किया.

Bihar Politics: तेज प्रताप यादव, हाल ही में आरजेडी और लालू प्रसाद के परिवार से राजनीतिक रूप से अलग हो चुके हैं. उन्होंने अपनी टीम में नया चेहरा जोड़ा है. उन्होंने जहानाबाद जिले के घोसी विधानसभा सीट से जय प्रकाश यादव उर्फ गांधी यादव को उम्मीदवार घोषित किया. तेज प्रताप के मुताबिक, जय प्रकाश यादव अपने कई समर्थकों के साथ उनकी टीम में शामिल हुए हैं. आने वाले समय में और लोग भी उनकी टीम का हिस्सा बन सकते हैं.
एसआईआर मामले पर क्या बोले तेज प्रताप?
राजनीतिक गतिविधियों पर पूछे गए सवालों के दौरान तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की प्रस्तावित "वोट अधिकार यात्रा" पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि वो राहुल और तेजस्वी जी जाने क्या करेंगे. जब उनसे एसआईआर मामले के बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने चुनावी माहौल का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव सामने है तो हमें तो लड़ना ही है, बाकी मामला वो लोग जाने.
तेज प्रताप ने दो-दो वोटर आईडी बनने के मुद्दे पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि चुनाव के समय इस तरह की बातें आम हैं. इस दौरान उन्होंने साफ किया कि जय प्रकाश यादव घोसी से उनके आधिकारिक उम्मीदवार होंगे.
पांच छोटे दलों के साथ गठबंधन
तेज प्रताप ने राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीतिक कदम उठाते हुए पांच छोटे दलों के साथ गठबंधन बनाने की भी घोषणा की है. इसमें विकास वंचित इंसान पार्टी (वीवीआईपी), भोजपुरिया जन मोर्चा (बीजेएम), प्रगतिशील जनता पार्टी (पीजेपी), वाजिब अधिकार पार्टी (डब्ल्यूएपी) और संयुक्त किसान विकास पार्टी (एसकेवीपी) शामिल हैं. उन्होंने संकेत दिया कि यह गठबंधन क्षेत्रीय और सामाजिक मुद्दों पर आधारित होगा और चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
घोसी में जय प्रकाश यादव की उम्मीदवारी
इस कदम से साफ है कि तेज प्रताप यादव अपने राजनीतिक आधार को मजबूत करने और आरजेडी से अलग अपनी नई पहचान बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं. घोसी में जय प्रकाश यादव की उम्मीदवारी उनके लिए एक अहम चुनावी दांव साबित हो सकती है. खासकर ऐसे समय में जब राज्य की राजनीति में गठबंधनों और नई रणनीतियों का दौर तेज है.


