Telangana Tunnel collapse: सुरंग में फंसे 4 लोगों का पता चला, आज CM रेवंत रेड्डी घटनास्थल का करेंगे दौरा
तेलंगाना के नागरकर्णूल में स्थित स्रीसैलम बांदी नहर (SLBC) सुरंग में फंसे 8 लोगों में से 4 की स्थिति का पता लगाया गया है. राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) ने सुरंग में विसंगतियां पहचानकर बचाव कार्य को गति दी. सुरंग में फंसे बाकी 4 लोगों को निकालने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं.

Telangana Tunnel collapse: तेलंगाना के नागरकर्णूल में स्थित स्रीसैलम बांदी नहर (SLBC) सुरंग में फंसे 8 लोगों के बचाव कार्य में बड़ी कामयाबी हासिल हुई हैं. दरअसल, यहां बचाव दल ने 4 लोगों की स्थिति का पता लगा लिया है. अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) के वैज्ञानिकों ने ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (GPR) का इस्तेमाल करते हुए सुरंग में कुछ ऐसा पता लगाया हैं, जिससे इस ऑपरेशन को एक महत्वपूर्ण दिशा मिली.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी आज शाम को सुरंग स्थल का दौरा करेंगे. इसके साथ ही, बचाव कार्य की समीक्षा बैठक भी आयोजित करेंगे. इसे लेकर, राज्य के आबकारी मंत्री जुपल्ली कृष्णा राव ने बताया कि बाकी 4 लोग सुरंग बोरिंग मशीन के नीचे फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकालने में कुछ समय लग सकता है. मंत्री ने ये भी कहा कि 4 लोगों की स्थिति का पता चलने पर बचाव कार्य में तेजी लाई गई है, लेकिन उन्हें जीवित बाहर निकालने की संभावनाएं बेहद कम नजर आ रही हैं.
मलबे और कीचड़ हटाने का काम तेज
जहां इन फंसे हुए 4 लोगों को पता चला है, वहां कीचड़ और मलबे को हटाए जाने की लगातार कोशिश की जा रही है. इसके लिए अतिरिक्त कर्मी और उपकरणों की तैनाती की गई है. इस घटना को लेकर, एक अधिकारी ने बताया कि क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट की मरम्मत कल तक हो जाएगी, जिससे सुरंग से कीचड़ और मलबे को आसानी से बाहर निकाला जा सकेगा.
फंसे हुए लोगों को निकालने में बचाव कार्य जारी
आपको बता दें कि 8 लोगों में इंजीनियर और श्रमिक शामिल हैं, जो कि 22 फरवरी से सुरंग में फंसे हुए हैं. फंसे हुए लोगों में से 4 लोगों का पता चल चुका हैं. हालांकि, बाकी 4 लोग अभी भी सुरंग बोरिंग मशीन के नीचे दबे हुए हैं. बचाव दल फंसे हुए लोगों को खोजने में जुटा हुआ हैं. परिस्थितियां लगातार बदल रही हैं, जिस वजह से बचाव कार्य में समय लग रहा है. फंसे हुए लोगों की पहचान इस प्रकार है: मनोज कुमार (उत्तर प्रदेश), श्री निवास (उत्तर प्रदेश), सनी सिंह (जम्मू और कश्मीर), गुरप्रीत सिंह (पंजाब), संदीप साहू (झारखंड), जेटा एक्सेस (झारखंड), संतोष साहू (झारखंड) और अनुज साहू (झारखंड)


