24 घंटें में बिहार में तीन मर्डर, चुनाव से पहले नीतीश की सुशासन सरकार पर बड़ा धब्बा
बिहार में 24 घंटे के भीतर तीन लोगों की गोली मारकर हत्या से कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं. सीतामढ़ी में व्यवसायी, पटना में पशु चिकित्सक और किराना दुकानदार की हत्याओं ने दहशत फैला दी है. सरकार विपक्ष पर आरोप लगा रही है, जबकि विपक्ष राज्य में बढ़ते अपराध पर हमला कर रहा है.

बिहार में पिछले 24 घंटों के भीतर तीन लोगों की गोली मारकर हत्या ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पहली घटना सीतामढ़ी ज़िले के व्यस्त मेहसौल चौक बाजार में हुई, जहाँ अज्ञात हमलावरों ने व्यवसायी पुटू खान को सिर में गोली मार दी. यह हमला दिनदहाड़े हुआ और इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें हमलावर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं. खान को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इलाके में तनाव
हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया. मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और सड़क पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि हत्या का कारण भूमि विवाद है जो खान के व्यवसाय से जुड़ा हुआ था. स्थानीय लोगों के आक्रोश के चलते मीडिया को घटनास्थल पर कवरेज से रोका गया.
पटना के शेखपुरा गांव में पशु चिकित्सक की हत्या
कुछ ही घंटों के भीतर दूसरी घटना पटना जिले के शेखपुरा गांव में सामने आई, जहां 50 वर्षीय पशु चिकित्सक सुरेंद्र कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वे खेत में सिंचाई कर रहे थे, तभी बाइक पर सवार दो हमलावरों ने उन पर फायरिंग की. उन्हें गंभीर हालत में पटना एम्स ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पुलिस ने अब तक कोई चश्मदीद नहीं पाया है और जांच जारी है.
राजनीतिक उद्देश्य से भी इनकार नहीं
सुरेंद्र कुमार पूर्व में भाजपा किसान मोर्चा के ब्लॉक अध्यक्ष रह चुके थे. ऐसे में हत्या के पीछे राजनीतिक उद्देश्य से भी इनकार नहीं किया जा सकता. पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है.
पटना में किराना दुकानदार की भी हत्या
तीसरी हत्या शुक्रवार शाम रामकृष्ण नगर इलाके में हुई, जहाँ किराना दुकानदार विक्रम झा को गोली मार दी गई. हमलावरों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है और हत्या के पीछे की मंशा भी स्पष्ट नहीं है. पुलिस ने तीनों मामलों में जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
इन घटनाओं के बाद राज्य की सत्तारूढ़ जदयू-भाजपा सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर चौतरफा हमला हो रहा है. भाजपा के सहयोगी और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ट्वीट कर पूछा, "बिहारियों को और कितनी हत्याओं का सामना करना पड़ेगा?"
सरकार की सफाई, विपक्ष पर आरोप
दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य में कोई संगठित अपराध नहीं है और सरकार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. उनके सहयोगी विजय कुमार सिन्हा ने विपक्ष पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि चुनाव नजदीक आते ही विपक्षी दल राज्य में माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.


