फ्रॉड SMS से सावधान! TRAI ने बताया कैसे मैसेज में P, S, T या G देखकर पता करें असली है या नकली?
साइबर ठग और खतरनाक हैकर्स आजकल लोगों को ठगने के लिए तरह-तरह के चालाकी अपनाते हैं. इनमें सबसे आम और खतरनाक ट्रिक है फेक SMS भेजना, जिसमें लाखों लोग अनजाने में फंस जाते हैं और अपना पैसा या पर्सनल डेटा गंवा बैठते हैं.

नई दिल्ली: देश में बढ़ते फर्जी SMS और साइबर ठगी के मामलों के बीच टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. TRAI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर साफ किया है कि हर ऑफिशियल दिखने वाला मैसेज असली नहीं होता और किसी भी टेक्स्ट मैसेज पर आंख मूंदकर भरोसा करना खतरनाक साबित हो सकता है.
TRAI के मुताबिक, साइबर ठग अब सरकारी, बैंक और कंपनियों के नाम से ऐसे मैसेज भेज रहे हैं, जो बिल्कुल असली जैसे लगते हैं. ऐसे में जरूरी है कि लोग असली और नकली मैसेज के बीच फर्क समझें, ताकि ठगी का शिकार होने से बचा जा सके.
Not all messages are genuine. Anyone can write official-sounding text. Only messages with valid headers and suffixes like -P, -S, -T, or -G are as per #TRAI regulations.#knowyoursender to confirm sender's authenticity.
— TRAI (@TRAI) December 21, 2025
Verify 9-character SMS header at https://t.co/LfR8ex921v. pic.twitter.com/jxbPR4UB8n
कैसे करें असली मैसेज की पहचान?
TRAI ने बताया है कि असली यानी जेनुअन मैसेज की पहचान उसके हेडर से की जा सकती है. अगर मैसेज भेजने वाले हेडर के आखिर में P, -S, -T या -G जैसे शब्द जुड़े हों, तो वह मैसेज सही माना जा सकता है.
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P – प्रमोशनल मैसेज
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S – सर्विस से जुड़ा मैसेज
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T – ट्रांजैक्शनल मैसेज
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G – सरकारी मैसेज
TRAI के अनुसार, इन सुफिक्स की मदद से यूजर आसानी से यह समझ सकते हैं कि मैसेज आधिकारिक है या नहीं.
TRAI ने X पर दी जानकारी
TRAI ने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट के जरिए लोगों को आगाह किया कि कोई भी व्यक्ति या ठग ऑफिशियल भाषा में मैसेज लिख सकता है. इसलिए सिर्फ भाषा या नाम देखकर भरोसा न करें, बल्कि हेडर और सुफिक्स जरूर जांचें.
साइबर ठग ऐसे भेजते हैं फर्जी SMS
साइबर ठग लोगों को फंसाने के लिए डर और लालच का सहारा लेते हैं. वे ऐसे मैसेज भेजते हैं जिनमें किसी इमरजेंसी या फायदे का झांसा दिया जाता है, जैसे-
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आपके रिवॉर्ड आज खत्म हो रहे हैं
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आपका कार्ड सेंड कर दिया गया है
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आपके अकाउंट के नाम लॉटरी निकली है
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ऐसे मैसेज अक्सर लोगों को घबराने या जल्दबाजी में फैसला लेने पर मजबूर कर देते हैं.
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डर और लालच से बनाते हैं शिकार
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फर्जी SMS में अक्सर इस तरह की भाषा होती है—
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आज ही KYC अपडेट करें, वरना अकाउंट बंद हो जाएगा
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आपने ₹10 लाख की लॉटरी जीत ली है
इन मैसेज में एक अजीब सा लिंक भी दिया जाता है, जो क्लिक करने पर आपको फर्जी वेबसाइट या पोर्टल पर ले जाता है. वहां बैंक डिटेल्स, OTP, पिन या CVV नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी मांगी जाती है.
इमरजेंसी दिखाकर करते हैं ठगी
इसके बाद साइबर ठग कॉल, मैसेज या लिंक के जरिए यूजर को बार-बार संपर्क करने को कहते हैं. धीरे-धीरे लोग उनके जाल में फंसते जाते हैं और बैंकिंग डिटेल्स व OTP साझा कर देते हैं. एक्सपर्ट और बैंक लगातार चेतावनी देते हैं कि किसी भी अनजान व्यक्ति या प्लेटफॉर्म के साथ OTP या बैंकिंग जानकारी कभी साझा न करें.
ऐसे रखें खुद को सुरक्षित
साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी है कि लोग असली और नकली मैसेज की पहचान करना सीखें. किसी भी अनजान नंबर, लिंक या कंपनी के साथ अपनी बैंक डिटेल्स और OTP शेयर न करें. थोड़ी सी लापरवाही से आपका बैंक खाता पूरी तरह खाली भी हो सकता है.


