'चड्डी-बनियान' पहनकर विधानसभा पहुंचे MVA नेता, बोले– ये सरकार 'चड्डी गैंग' की है!
महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र इस बार अनोखे विरोध और तीखे आरोपों का गवाह बना. शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा कैंटीन कर्मचारी की सार्वजनिक पिटाई के बाद विपक्षी दलों ने मंगलवार को विरोध का नया तरीका अपनाया. महा विकास अघाड़ी (MVA) के नेता ‘चड्डी-बनियान’ पहनकर विधानसभा पहुंचे और सरकार को ‘चड्डी गैंग’ करार देते हुए जमकर हमला बोला.

महाराष्ट्र की सियासत में उस वक्त नया मोड़ आ गया जब शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा एक कैंटीन ठेकेदार की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ. इस घटना को लेकर विपक्ष खासा आक्रोशित है. मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्षी नेताओं ने ‘चड्डी-बनियान’ पहनकर अनोखा प्रदर्शन किया और सरकार को 'चड्डी गैंग' की सरकार करार दिया.
आदित्य ठाकरे की अगुवाई में महा विकास अघाड़ी (MVA) के विधायकों ने गमछा और बनियान पहनकर विरोध जताया. उनका कहना था कि सत्ता पक्ष के नेता दादागीरी और मारपीट के जरिए काम करवा रहे हैं. उन्होंने सीएम शिंदे से मांग की कि वह अपनी पार्टी के विधायकों की गुंडागर्दी पर लगाम लगाएं.
क्या है मामला?
कुछ दिन पहले शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़, जो कि बुलढाणा से दो बार विधायक रह चुके हैं, मुंबई के आकाशवाणी विधायक निवास में स्थित सरकारी कैंटीन में खाने की गुणवत्ता से नाराज़ हो गए. उन्होंने बनियान और तौलिये में ही कैंटीन में घुसकर ठेकेदार को डांटा, खाने को सूंघने के लिए मजबूर किया और फिर थप्पड़-घूंसे बरसा दिए.
वीडियो हुआ वायरल
गायकवाड़ का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वह ठेकेदार को पीटते हुए और कहते हुए दिखे, 'मैंने उसे अपने स्टाइल में सबक सिखाया.' उन्होंने बाद में भी अपने कृत्य का बचाव किया और दोहराया कि अगर जरूरत पड़ी तो फिर से ऐसा करेंगे.
विपक्ष का अनोखा विरोध
इस घटना के विरोध में MVA के नेताओं ने विधानसभा में बनियान और गमछा पहनकर प्रदर्शन किया. आदित्य ठाकरे ने कहा, 'ये चड्डी-बनियान गैंग ताकत के दम पर लोगों को डराता है. ये कर्मचारियों से मारपीट करते हैं. मुख्यमंत्री को अपनी गैंग को रोकना होगा, वरना उनकी भी छवि खराब हो जाएगी.'
मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने भी जताई नाराजगी
वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'इस तरह का व्यवहार किसी भी जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता. इससे पूरे विधायकों की छवि खराब होती है. लोगों के बीच गलत संदेश जाता है कि विधायक अपनी ताकत का दुरुपयोग करते हैं.'
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी गायकवाड़ से दूरी बनाते हुए कहा, 'मैंने संजय गायकवाड़ को स्पष्ट कहा है कि उनका व्यवहार अनुचित था. किसी भी गलत काम के लिए कानूनन कार्रवाई हो सकती है, लेकिन मारपीट करना बिल्कुल गलत है.'
अब आगे क्या?
इस मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर दबाव बना रहा है कि संजय गायकवाड़ के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. वहीं, जनता में भी विधायकों के ऐसे व्यवहार को लेकर नाराजगी देखी जा रही है.


