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'खून नहीं दिया तो...', कॉलेज में महिला कोच की हैवानियत, छात्राओं से 200 से ज्यादा बार करवाया रक्तदान

ताइवान की प्रतिष्ठित NTNU यूनिवर्सिटी में महिला कोच झोउ ताई-यिंग पर छात्राओं से डिग्री के बदले 200 से ज्यादा बार जबरन रक्तदान कराने का आरोप लगा है.

ताइवान के प्रतिष्ठित नेशनल ताइवान नॉर्मल यूनिवर्सिटी (NTNU) से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां ग्रैजुएशन की डिग्री पाने के लिए छात्राओं को इंसानियत की हदें पार करते हुए अपने शरीर से बार-बार खून देना पड़ा. इस पूरे घटनाक्रम के केंद्र में हैं यूनिवर्सिटी की महिला फुटबॉल कोच झोउ ताई-यिंग, जिन पर छात्राओं ने शैक्षणिक क्रेडिट के बदले जबरन ब्लड डोनेट कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.

ये मामला तब उजागर हुआ जब एक बहादुर छात्रा जियान ने आगे आकर कोच की करतूतों को सार्वजनिक किया. जियान का दावा है कि उसे 200 से ज्यादा बार रक्तदान करने के लिए मजबूर किया गया और उसे धमकी दी गई कि अगर उसने मना किया तो उसे डिग्री नहीं दी जाएगी या यूनिवर्सिटी से निष्कासित कर दिया जाएगा. कोच के खिलाफ अब अन्य छात्रों ने भी चुप्पी तोड़ दी है.

लगातार 14 दिनों तक खून निकाला गया

छात्रा जियान ने बताया कि ब्लड डोनेशन को यूनिवर्सिटी में क्रेडिट्स हासिल करने का अनिवार्य हिस्सा बना दिया गया था. कुल 32 क्रेडिट्स के लिए छात्रों को बार-बार रक्तदान करना पड़ता था. जियान ने बताया कि मैंने अपनी पढ़ाई के दौरान 200 से ज्यादा बार खून दिया. एक बार तो ऐसा भी हुआ कि मुझे लगातार 14 दिनों तक, हर दिन सुबह 5 बजे से रात 9 बजे के बीच तीन बार खून देना पड़ा.

'ऐसी कोई नस नहीं बची थी जिससे खून...'

जियान ने आगे बताया कि क्रेडिट्स के दबाव में उसे यह सब झेलना पड़ा. आगे बताया कि मैं अंदर से गुस्से से उबल रही थी. जब आठवें दिन फिर से ब्लड टेस्ट हुआ, तो डॉक्टरों को मेरे हाथ में कोई ऐसी नस नहीं मिली जिससे खून ना निकाला गया हो. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन छात्रों ने कोच झोउ के आदेश मानने से इनकार किया, उन्हें या तो यूनिवर्सिटी से बाहर कर देने की धमकी दी गई या फिर उनकी डिग्री रोक दी गई. इससे छात्रों पर मानसिक और शारीरिक दोनों ही स्तरों पर गंभीर प्रभाव पड़ा.

'अब पीछे मुड़कर देखती हूं तो घिन आती है'

जियान के सामने आने के बाद अब कई और छात्राएं भी खुलकर सामने आ रही हैं. एक छात्रा ने कहा कि अब जब पीछे मुड़कर उस समय को देखती हूं, तो शरीर सिहर उठता है. लगता है जैसे हमने एक खौफनाक कैद काटी हो. 13 जुलाई को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सार्वजनिक बयान जारी कर कोच झोउ ताई-यिंग को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया. इसके साथ ही, उन्हें भविष्य में किसी भी यूनिवर्सिटी टीम का नेतृत्व करने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. कोच झोउ ने एक माफीनामा भी जारी किया जिसमें उन्होंने छात्रों से माफी मांगी. हालांकि, बाद में यूनिवर्सिटी ने वह बयान अपनी वेबसाइट से हटा लिया.

झोउ ताई-यिंग ताइवान के फुटबॉल जगत की एक जानी-मानी शख्सियत मानी जाती हैं. लेकिन छात्रों के इन आरोपों ने उनके करियर और प्रतिष्ठा दोनों पर गहरा धब्बा छोड़ दिया है.

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18 July 2025, 08:25 PM IST

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