यहां शादी की रस्मों से पहले की जाती हैं 'भूत' की पूजा, वजह जान चौंक जाएंगे आप!
Viral news: झारखंड का एक ऐसा गांव, जहां लोग अपने पूर्वजों की कब्रों की पूजा देवताओं की तरह करते हैं और हर शुभ कार्य से पहले उनका आशीर्वाद लेना अनिवार्य मानते हैं. शादी से पहले और नई दुल्हन के आने पर सबसे पहले पूर्वजों की कब्र की पूजा की जाती है.

Viral news: झारखंड की राजधानी रांची से करीब 50 किलोमीटर दूर एक अनोखा गांव है, जिसका नाम 'भूत' है. ये गांव पूरी तरह आदिवासी समुदाय से बसा हुआ है. इस गांव की सबसे खास बात ये है कि हर घर के सामने एक कब्र मौजूद होती है. ये कब्रें उनके पूर्वजों की होती हैं, जिन्हें यहां के लोग भूत कहते हैं. हालांकि, यह नाम डराने वाला लग सकता है, लेकिन यहां के लोग अपने पूर्वजों को देवता की तरह मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं.
पूर्वजों की पूजा से होती है दिन की शुरुआत
गांव के लोग अपने पूर्वजों का बहुत सम्मान करते हैं. हर दिन की शुरुआत पूर्वजों की पूजा से की जाती है. गांव के मुखिया मनीष का कहना है कि पूर्वजों के आशीर्वाद से ही यह गांव सुरक्षित और खुशहाल है.
'भूत' नहीं, 'देवता' हैं पूर्वज
स्थानीय भाषा में पूर्वजों को 'भूत' कहा जाता है. लेकिन इनसे डरने की जरूरत नहीं, क्योंकि ये आशीर्वाद देने वाले भूत हैं. यहां के लोग मानते हैं कि पूर्वज खुश रहते हैं, तो गांव में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
शादी से पहले होती है कब्र की पूजा
इस गांव की शादी से जुड़ी परंपराएं भी अनोखी हैं. जब गांव में किसी की शादी होती है, तो पहले पूर्वजों की पूजा यानी कब्र की पूजा की जाती है. कब्र की पूजा के बाद ही विवाह की रस्में शुरू होती हैं. पूर्वजों का आशीर्वाद लिए बिना कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. गांव के लोग मानते हैं कि पूर्वजों की कृपा से ही दांपत्य जीवन सुखी रहता है.
नई दुल्हन भी करती है कब्र की पूजा
शादी के बाद जब दुल्हन पहली बार ससुराल आती है, तो उसे भी सबसे पहले पूर्वजों की कब्र की पूजा करनी पड़ती है. इसके बाद ही घर की दूसरी रस्में निभाई जाती हैं. गांव में यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी लोग इसे पूरी श्रद्धा के साथ निभाते हैं. उनका मानना है कि पूर्वजों की पूजा करने से घर में खुशहाली बनी रहती है.
गांव का नाम सुनकर डर जाते हैं लोग
गांव का नाम 'भूत' सुनकर कई लोग डर जाते हैं. लेकिन जब उन्हें इस परंपरा की सच्चाई का पता चलता है, तो उनका डर खत्म हो जाता है. यहां के लोग अपने पूर्वजों को रक्षक और आशीर्वाद देने वाला मानते हैं.