पाकिस्तान नहीं इस देश में कैद हैं सबसे ज्यादा भारतीय, हैरान कर देगा आंकड़ा
Indian Prisoners Abroad: विदेशों में कैद भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है. केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशों की जेलों में कुल 8,278 भारतीय कैदी हैं, जिनमें से कई उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि सबसे अधिक भारतीय कैदी किस देश में हैं.

Indian Prisoners Abroad: विदेशों में भारतीयों के जेलों में बंद होने का आंकड़ा अब काफी चौंकाने वाला है. केंद्र सरकार ने 2022 में लोकसभा में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि विदेशों में कुल 8,278 भारतीय नागरिक कैद हैं. इनमें से 156 भारतीय ऐसे हैं, जो उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार, विदेशों में भारतीय नागरिकों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है, जिसे जानकर हर कोई हैरान हो सकता है.
लोकसभा में विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि इन भारतीय कैदियों में सबसे अधिक 1,480 भारतीय संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हैं. इसके अलावा, मलेशिया में 47 भारतीय नागरिक उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. आइए, जानते हैं कि किस देश में कितने भारतीय कैदी हैं और इस मामले में भारत किस स्थान पर है.
विदेशी जेलों में कैद भारतीयों का आंकड़ा
विदेशी जेलों में भारतीय कैदियों की संख्या बहुत बड़ी है. लोकसभा में पेश रिपोर्ट के अनुसार, भारत से बाहर 8,278 भारतीय नागरिकों को विभिन्न देशों की जेलों में बंद किया गया है. इन कैदियों में उम्रकैद की सजा काटने वालों की संख्या भी उल्लेखनीय है, और विभिन्न देशों में उनकी स्थिति भिन्न-भिन्न है.
सबसे ज्यादा भारतीय कैदी संयुक्त अरब अमीरात में
रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक भारतीय कैदी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हैं. यहां पर 1,480 भारतीय नागरिक जेल में बंद हैं. इसके बाद सऊदी अरब (1,392) और नेपाल (1,112) का स्थान है. पाकिस्तान (701) का स्थान चौथे नंबर पर है. इसके अलावा, कतर (473) भी भारतीय कैदियों की संख्या के लिहाज से महत्वपूर्ण देश है.
उम्रकैद की सजा काट रहे भारतीयों की संख्या
वहीं, विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने यह भी बताया कि उम्रकैद की सजा काट रहे भारतीयों की संख्या मलेशिया में सबसे अधिक है, जो 47 है. इसके बाद कुवैत (28), बहरीन और चीन (13) का नंबर है. ओमान में 12 भारतीय नागरिक उम्रकैद की सजा काट रहे हैं.
भारतीय मिशन द्वारा मदद
लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार, विदेशों में भारतीय कैदियों की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी प्राप्त होते ही भारतीय मिशन और केंद्र स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करते हैं. इस संपर्क के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि आरोपी भारतीय है या नहीं. इसके बाद भारतीय वकील उनके कानूनी मामलों में मदद करते हैं.
कैदियों के प्रत्यावर्तन का प्रावधान
विदेशी जेलों में भारतीय नागरिकों को लाने के लिए द्विपक्षीय समझौतों के तहत प्रत्यावर्तन प्रक्रिया की जाती है. जनवरी 2020 से लेकर फरवरी 2022 तक, बंदी प्रत्यावर्तन अधिनियम 2003 के तहत भारत ने श्रीलंका से 2 भारतीय नागरिकों को उनकी बाकी सजा भारत में काटने के लिए ट्रांसफर किया. इसके अलावा, जर्मनी और बांगलादेश से भी भारतीय नागरिकों को भारत में ट्रांसफर किया गया.


