मस्क ने ट्रंप को पछाड़ा! टेस्ला की बंपर बिक्री से उड़ गए व्हाइट हाउस के होश
एलन मस्क और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद, टेस्ला ने जून में 2019 के बाद से यूके में अपनी सबसे ज़बरदस्त बिक्री दर्ज की, नई मॉडल्स और EV रिकवरी की बदौलत।

बिज़नेस न्यूज़: ब्रिटेन में टेस्ला की जून महीने की कार बिक्री में साल-दर-साल 14% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो कि एक बड़ा रिकवरी संकेत है। यह डेटा Society of Motor Manufacturers and Traders (SMMT) ने जारी किया। टेस्ला की नई मॉडल Y के लॉन्च और इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) में बढ़ते भरोसे ने इस उछाल को बल दिया। जहां कुल गाड़ी रजिस्ट्रेशन में 6.7% की बढ़ोतरी हुई, वहीं बैटरी से चलने वाली गाड़ियों की मांग 39% तक बढ़ी। महामारी के बाद यह टेस्ला का यूके में सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा, जो राजनीतिक शोर और वैश्विक अनिश्चितता के बीच इसकी मजबूती दिखाता है।
EVs फिर पकड़ रहे रफ्तार
ब्रिटेन में EV बाज़ार फिर से गति पकड़ रहा है, जिसमें कॉरपोरेट डिस्काउंट और टारगेटेड मार्केटिंग की अहम भूमिका है। SMMT का कहना है कि हर चार में से एक खरीदार अब इलेक्ट्रिक वाहन को चुन रहा है। जून में टेस्ला ने 7,719 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले साल से 14% अधिक है। जबकि New Automotive नामक रिसर्च ग्रुप ने 12% वृद्धि (7,891 यूनिट्स) बताई है। आंकड़ों में मामूली अंतर डेटा मेथडोलॉजी के कारण है, लेकिन ट्रेंड स्पष्ट है—ईवी को लेकर फिर से रुचि जागी है।
BYD ने दी कड़ी चुनौती
जहां टेस्ला ने मजबूत प्रदर्शन किया, वहीं चीन की BYD ने यूके में अपनी बिक्री को चार गुना बढ़ाकर 2,498 यूनिट्स तक पहुंचा दिया। यह आक्रामक विस्तार EV सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है। हालांकि, टेस्ला की 2025 में अब तक की यूके बिक्री 2024 के मुकाबले 2% कम है। दूसरी ओर, फोर्ड की EV बिक्री इस साल की पहली छमाही में चार गुना बढ़ गई। यह परिदृश्य बताता है कि टेस्ला को इनोवेशन और तेज़ रणनीतिक बदलाव की ज़रूरत है।
ट्रंप-मस्क विवाद खुलकर सामने
हालिया महीनों में एलन मस्क और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच टकराव तेज़ हो गया है, जिसकी झलक नीतिगत मतभेदों और सार्वजनिक टिप्पणियों में दिखी है। फिर भी यूरोप में टेस्ला की परफॉर्मेंस पर इसका असर नहीं पड़ा है। विशेषज्ञों के अनुसार, भले ही अमेरिकी घरेलू नीति असर डाले, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में टेस्ला की ब्रांड लॉयल्टी और अपील इस तनाव से उसे सुरक्षित रखती है। यूके में मिली सफलता इस विश्वास को और मजबूत करती है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर बनी चुनौती
तेज़ी से बढ़ रही EV बिक्री के बावजूद चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर अब भी एक बड़ा अवरोध है। Deloitte के जेमी हैमिल्टन के अनुसार, EV अपनाने की रफ्तार बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर भरोसेमंद चार्जिंग स्टेशनों की ज़रूरत है। मौजूदा उछाल शॉर्ट-टर्म डिस्काउंट्स और सब्सिडी पर आधारित है। यदि लॉन्ग-टर्म इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं बना, तो ग्रामीण इलाकों में यह ग्रोथ रुक सकती है। टेस्ला की सुपरचार्जर नेटवर्क को स्केल करने की क्षमता उसकी सबसे बड़ी ताकत बन सकती है।
ट्रेड डील से मिल सकती है नई रफ्तार
इस हफ्ते लागू हुई नई यूएस-यूके ट्रेड डील ब्रिटिश ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट को नई ऊर्जा दे सकती है। इस समझौते ने एक्सपोर्ट टैरिफ को 27.5% से घटाकर 10% कर दिया है, जिससे यूके मैन्युफैक्चरर्स के लिए अमेरिकी बाज़ार में पहुंच आसान होगी। हालांकि टेस्ला एक अमेरिकी ब्रांड है, लेकिन यह डील नई साझेदारियों या मैन्युफैक्चरिंग रणनीतियों को प्रेरित कर सकती है, जो ग्लोबल EV डाइनैमिक्स को प्रभावित करेगी। ब्रिटेन के लिए यह पोस्ट-ब्रेक्ज़िट व्यापार में अहम सहारा हो सकता है।
टेस्ला की रणनीतिक विस्तार की योजना
आगे देखते हुए, टेस्ला अपने यूरोपीय फोकस को और गहरा करने की तैयारी में है। कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को क्षेत्रीय बाज़ारों के लिए ढाल सकती है। सरकारों द्वारा ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने और उपभोक्ता डिमांड को ध्यान में रखते हुए, टेस्ला की चुनौती यह होगी कि वह अपनी प्रीमियम इमेज को बनाए रखते हुए बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन कर सके। यूके में जून की सफलता इसके लिए यूरोप में बड़ी छलांग का मंच बन सकती है, खासकर जब भू-राजनीतिक परिस्थितियां अनिश्चित बनी हुई हैं।